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कश्मीर में एक और ग्रेनेड हमले में 16 जख्मी

हमें फॉलो करें कश्मीर में एक और ग्रेनेड हमले में 16 जख्मी

सुरेश एस डुग्गर

जम्मू। कश्मीर में हो रहे लगातार ग्रेनेड हमलों का सिलसिला आज सोमवार को भी जारी रहा। आज दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकियों के ग्रेनेड हमले में 5 पुलिसकर्मियों समेत 16 लोग जख्मी हो गए। फिलहाल सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है जबकि आतंकियों की आईईडी लगा ब्लास्ट करने की योजना को नाकाम बना दिया गया।


जानकारी के अनुसार आज सुबह 11.30 बजे के करीब सुरक्षाबलों का एक वाहन शोपियां के बटपोरा से निकल रहा था। आतंकियों ने इसी वाहन को निशाना बनाते हुए ग्रेनेड फेंका। ग्रेनेड वाहन के पास गिरा और एक जोरदार धमाके के साथ फट गया। बताया जाता है कि आतंकियों ने ग्रेनेड हमले के बाद सुरक्षाबलों पर अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग भी की। अलबत्ता, सुरक्षाकर्मियों ने जैसे ही जवाबी कार्रवाई के लिए अपनी पोजिशन ली, आतंकी वहां मची अफरा-तफरी का फायदा ले भाग निकले।

स्थानीय सूत्रों ने बताया कि ग्रेनेड फटने से 5 पुलिसकर्मियों के अलावा 11 नागरिक भी जख्मी हैं। उन्हें उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया है। डीआईजी दक्षिण कश्मीरी रेंज अमित कु़मार ने शोपियां ग्रेनेड हमले की पुष्टि करते हुए घायलों की संख्या के बारे में कुछ भी कहने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि ग्रेनेड फेंकने वाले आतंकियों को पकड़ने के लिए एक तलाशी अभियान छेड़ दिया गया है। इस बीच उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सोमवार को पुलिस ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को समय रहते निष्क्रिय कर सैन्य और नागरिक वाहनों को उड़ाने की आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है।

इस साल 6 जनवरी को सोपोर में एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट में 4 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। एसएसपी सोपोर जावेद इकबाल ने आज आईईडी को निष्क्रिय करने की जानकारी देते हुए बताया कि आतंकियों ने नाथिपोरा-वाडूरा सड़क पर एक शक्तिशाली आईईडी को लगाया था। इस सड़क से आम वाहनों के अलावा सैन्य वाहन भी गुजरते हैं।

आतंकियों का मकसद इस आईईडी के जरिए सैन्य और नागरिक वाहनों को उड़ाना था। अगर ऐसा होता तो जान-माल का भारी नुकसान होता। एसएसपी सोपोर ने बताया कि आतंकियों द्वारा सड़क पर आईईडी लगाए जाने का पता चलते ही आम वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया। इसके साथ ही बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया। उसने सावधानीपूर्वक आईईडी को अपने कब्जे में ले सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय बना दिया।

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