नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और भारत उसे नियंत्रण में लेगा।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री सिंह ने यूरोपीय संघ प्रतिनिधिमंडल की कश्मीर यात्रा को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना किए जाने को निरर्थक करार दिया।
उन्होंने एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में एक सवाल के उत्तर में कहा कि उस (PoK) पर कब्जे की क्या जरूरत है। पीओके हमारा है। हम उसे नियंत्रण में ले लेंगे...।
सिंह की यह टिप्पणी केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह की उस टिप्पणी के एक सप्ताह बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह दिन दूर नहीं जब पीओके में तिरंगा फहराना संभव होगा।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की हाल की टिप्पणी कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर ‘आतंकवादियों द्वारा नियंत्रित’ है, उन्होंने कहा कि यही संसद में भी कहा गया है।
जनरल रावत ने शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को पड़ोसी देश का ‘आतंकवादियों के नियंत्रण’ वाला हिस्सा बताया था और इसे भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के निर्णय की इस्लामाबाद द्वारा कड़ी आलोचना किए जाने से जोड़ने का प्रयास किया था।
विपक्ष का काम सिर्फ विरोध : यूरोपीय संघ की कश्मीर यात्रा को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना किए जाने पर सिंह ने कहा कि विपक्ष विरोध के अलावा कुछ भी नहीं करता।
वे किसी भी चीज पर बोल सकते हैं। उन्हें टिप्पणी करने दीजिए। कांग्रेस ने यूरोपीय संघ के सांसदों को कश्मीर की यात्रा की इजाजत देने और भारतीय सांसदों को इससे इंकार करने को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा था था और इसे ‘राष्ट्रीय शर्म’ करार दिया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि भाजपा का राष्ट्रवाद अजीब है, यूरोपीय संघ के सांसदों को यात्रा करने और कश्मीर में हस्तक्षेप की इजाजत दी जाती है जबकि भारतीय सांसदों को हवाई अड्डे से वापस भेज दिया जाता है।
370 आंतरिक मामला : जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने वाले यूरोपीय संघ के सांसदों ने बुधवार को अनुच्छेद 370 को भारत का आंतरिक मामला करार दिया था और कहा था कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश के साथ हैं।
सांसदों के दल ने घाटी के अपने दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन संवाददाता सम्मेलन किया था और पश्चिम बंगाल के श्रमिकों की आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने की निंदा की थी। (Photo courtesy : ddnews)