विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार का प्रतिनिधिमंडल जहां भी जाता है, लोग भारत में आए बदलाव की बात करते हैं और जानना चाहते हैं कि देश किस तरह बड़े पैमाने पर कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर रहा है।
गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री आदिवासी बहुल नर्मदा जिले के तिलकवाड़ा तालुका के व्याधर गांव में बात कर रहे थे। उन्होंने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपी-एलएडीएस) के तहत अनुदान से निर्मित दो स्मार्ट आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भूमि पूजन किया।
गुजरात से राज्यसभा सदस्य जयशंकर ने कहा कि दुनिया अब समझ गई है कि भारत बदल रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल भाषण देने के बजाय काम करने में विश्वास रखते हैं। प्रधानमंत्री के दौरे के परिणाम के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री ने हाल में जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया।
आमतौर पर हम ऐसी यात्राओं के दौरान विश्व राजनीति और कूटनीति से जुड़े मुद्दों पर बात करते हैं। लेकिन अब हम जहां भी जाते हैं, उस देश के लोग भारत के बदलाव की बात करने लगते हैं। वे यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि भारत जनहितैषी योजनाओं को बड़े पैमाने पर कैसे लागू कर रहा है।
मंत्री ने कहा कि जिस पैमाने पर इन योजनाओं को लागू किया जा रहा है, उसके बारे में जानकर भारत के बाहर के लोग चकित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत कवर किए गए लोगों की संख्या यूरोप की आबादी से दोगुनी है।
विदेश मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के दायरे में आने वालों की संख्या जर्मनी की आबादी से ज्यादा है। हमने विभिन्न योजनाओं के तहत तीन करोड़ आवास उपलब्ध कराए। मान लीजिए कि प्रत्येक परिवार में पांच सदस्य हैं। इस तरह, करीब 15 करोड़ लोगों यानी रूस की आबादी जितने लोगों को इस योजना का लाभ मिला।
जयशंकर ने कहा कि दुनिया अब समझ गई है कि यह सरकार अलग है और यह प्रधानमंत्री भी अलग हैं क्योंकि मोदी सिर्फ सपने देखने और भाषण देने के बजाय जमीनी स्तर पर योजनाओं को लागू करने में विश्वास करते हैं।
बाद में मंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लेने के लिए गरुड़ेश्वर तालुका के अमदला गांव, सागबाड़ा के भदोद गांव और देदियापाड़ा तालुका के मालसामोट गांव का दौरा किया। जयशंकर ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत इन गांवों को गोद लिया है।Edited By : Chetan Gour (भाषा)