दिल्ली में प्रदूषण का कहर, अगले आदेश तक बंद रहेंगी शिक्षण संस्थाएं
दिल्ली सरकार ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा रविवार तक बढ़ा दी है। संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद राय ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाने के लिए एक हजार निजी सीएनजी बसों को लाया जाएगा। यह प्रक्र
नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार ने अगले आदेश तक स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने तथा निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध 21 नवंबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण को लेकर कड़ी टिप्पणी की थी।
दिल्ली सरकार ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा रविवार तक बढ़ा दी है। संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने के बाद राय ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन को मजबूत बनाने के लिए एक हजार निजी सीएनजी बसों को लाया जाएगा। यह प्रक्रिया बृहस्पतिवार को शुरू होगी।
उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज, पुस्तकालय, प्रशिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हमने गैर आवश्यक वस्तु ले जाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है।
राय ने कहा कि दिल्ली मेट्रो और दिल्ली परिवहन निगम ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को पत्र लिखकर लोगों को मेट्रो ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। परिवहन विभाग ने 10 साल और 15 साल से ज्यादा पुराने डीजल तथा पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की सूची यातायात पुलिस को सौंपी है ताकि उन्हें सड़क पर चलने से रोका जा सके।
मंत्री ने कहा कि यातायात पुलिस को निर्देश दिया गया है कि यातायात जाम पर निगरानी रखने के लिए एक विशेष कार्यबल बनाया जाए। राय ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के प्रमाण पत्र जांचने का अभियान तेज किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग की मशीनें दिल्ली में सर्वाधिक प्रदूषण वाले 13 स्थानों पर पानी का छिड़काव करेंगी। इसके अलावा शहर में इस काम के लिए 372 टैंकर पहले से तैनात किए गए हैं।