देहरादून। उत्तराखंड स्थित बारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ सहित बाबा बद्रीनाथ, तुंगनाथ और मद्महेश्वर मंदिर के कपाट शीतकाल में बंद होने की तिथियां घोषित कर दी गई हैं।
श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने मंगलवार को बताया कि सुबह 9.39 बजे पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग गणना के आधार पर केदारनाथ धाम के कपाट बंद करने का समय तय किया गया। साथ ही बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति के चल विग्रह उत्सव डोली में शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकोरश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने का कार्यक्रम तय किया गया।
इस मौके पर द्वितीय केदार मद्महेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने की तिथि एवं डोली का कार्यक्रम और मद्महेश्वर मेला तिथि की घोषणा भी की। जबकि मार्कण्डेय मंदिर मक्कूमठ में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने और और बाबा की डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में आने की तिथि भी घोषित की गई।
डॉक्टर गौड़ ने बताया कि 29 अक्टूबर को भैया दूज के दिन सुबह 8.30 बजे भगवान केदारनाथ धाम और 17 नवंबर को शाम 5 बजकर 13 मिनट पर भगवान बद्री विशाल के मंदिर के कपाट बंद होंगे।
उन्होंने बताया कि 29 अक्टूबर की सुबह कपाट बंद होने के बाद केदार बाबा की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास को रामपुर पहुंचेगी। इसके बाद 30 अक्टूबर को गुप्तकाशी में रात्रि प्रवास करेगी। इसके बाद 31 अक्टूबर को बाबा केदारनाथ अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होंगे। इसके अलावा 6 नवंबर को पूर्वाह्न 11.30 बंद तृतीय केदार तुंगनाथजी के कपाट बंद होंगे जबकि 21 नवंबर को द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट बंद होंगे।