कश्मीर में 4 साल में 65 हजार लोगों को कुत्‍तों ने काटा, यहां आतंकियों से ज्‍यादा है खौफ कुत्‍तों का

सुरेश एस डुग्गर
गुरुवार, 9 फ़रवरी 2023 (15:19 IST)
जम्मू। कश्मीर में सिर्फ 4 साल में कुत्तों के काटने के 65 हजार मामलों ने त्राहि त्राहि मचा दी है। यहां आतंकियों से ज्यादा खौफ कुत्तों का नजर आ रहा है। इन कुत्तों से मुक्ति दिलवाने के सभी प्रयास मिट्टी हो रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो जम्मू कश्मीर में प्रतिदिन 50 मामले कुत्तों के काटने के आ रहे हैं। अब लद्दाख में भी यह प्रतिदिन 7 की रफ्तार को पकड़ चुके हैं।
 
आधिकारिक आंकड़ों की बात करें तो जम्मू कश्मीर में प्रतिदिन 50 मामले कुत्तों के काटने के आ रहे हैं। अब लद्दाख में भी यह प्रतिदिन 7 की रफ्तार को पकड़ चुके हैं। कश्मीर में सिर्फ 4 साल में कुत्तों के काटने के 65 हजार मामलों ने त्राहि त्राहि मचा दी है।
 
प्रदेश में सबसे अधिक कुत्तों के काटने के मामले श्रीनगर के राजधानी शहर में आ रहे हैं। हालत यह है कि कई बार पर्यटकों को यह कहते हुए देखा गया है कि ‘साहब कश्मीर में अब आतंकियों से नहीं बल्कि कुत्तों के काटने से डर लगता है।
 
कुत्तों की हुकूमत से मुक्ति दिलवाने के प्रयास भी हो रहे हैं। लद्दाख में पिछले 10 सालों के भीतर 22,145 कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। श्रीनगर में भी प्रतिदिन 50 से 60 नसबंदियां की जा रही हैं पर यह अक्सर फंड की कमी का रोना रोते हुए यह रूक जाती हैं।
 
मजेदार बात यह है कि जम्मू नगरपालिका का दावा है कि जम्मू शहर में कुल 40 हजार कुत्तों में से 30 हजार की नसबंदी हो चुकी है और फिर भी कुत्तों के काटने के मामलों में कोई कमी नहीं दिख रही है।
 
जम्मू नगरपालिका के अधिकारियों का दावा है कि कुत्तों की अगर नसबंदी कर दी जाती है तो वे आक्रामक नहीं रहते और वे काटते भी नहीं है। पर बढ़ते आंकड़े़ उनके इस दावों की पोल जरूर खोल रहे थे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

अजित पवार बने विधायक दल के नेता, राकांपा की बैठक में हुआ फैसला

LIVE: अजित पवार महाराष्‍ट्र विधानसभा में NCP के नेता, अनिल पाटिल मुख्य सचेतक

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

मायावती का बड़ा फैसला, बसपा नहीं लड़ेगी उपचुनाव

Uttarakhand : केदारनाथ में कांग्रेस को भारी पड़ा नकारात्मक प्रचार, जनता ने विकास पर लगाई मुहर

अगला लेख
More