Parliament news : संसद में सुरक्षा चूक को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच तृणमूल कांग्रेस सदस्य डेरेक ओब्रायन राज्यसभा के मौजूदा सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।
एक बार के स्थगन के बाद पूर्वाह्न 12 बजे उच्च सदन की कार्यवाही होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने ओब्रायन का नाम लिया और उनके निलंबन की कार्यवाही शुरू की।
सभापति द्वारा जब किसी सदस्य का नाम लिया जाता है तो इसका अर्थ सदस्य के निलंबन की कार्यवाही का आरंभ होना होता है। ऐसा तब होता है जब कोई सदस्य पीठ के प्राधिकार का अनादर कर रहे हों अथवा सभा के कार्य में लगातार और जानबूझ कर बाधा डालते हुए सभा के नियमों का दुरुपयोग कर रहे हों।
विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सदन के नेता पीयूष गोयल ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसे धवनि मत से पारित कर दिया गया। इसके बाद धनखड़ ने घोषणा की कि डेरेक ओब्रायन इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए जाते हैं।
पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन के निलंबन के बाद विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा दिया। इस पर सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
62 साल के डेरेक ओ'ब्रायन एक भारतीय राजनीतिज्ञ, टेलीविजन व्यक्तित्व और क्विज़ मास्टर हैं। वह तृणमूल कांग्रेस के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के साथ ही राज्यसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता भी हैं।
राज्यसभा में दूसरे कार्यकाल के दौरान ही वे तीसरी बार सदन से निलंबित हुए हैं। 20 सितंबर 2020 को नियम पुस्तिका फाड़ने और उपसभापति से धक्कामुक्की के आरोप में उन्हें एक सप्ताह के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
21 दिसंबर 2021 को नियम पुस्तिका को फेंकने के आरोप में उन्हें एक बार फिर निलंबित कर दिया गया। वह चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, 2021 का विरोध कर रहे थे।