Delhi water crisis : दिल्ली में बढ़ते जल संकट के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने दावा किया कि हरियाणा ने मानवीय आधार पर राष्ट्रीय राजधानी को अतिरिक्त पानी देने में असमर्थता जताई है। इस बीच दिल्ली भाजपा ने जलसंकट पर पदयात्रा निकालने का आहवान किया है। सियासी घमासान के बीच एक एक बूंद को तरस रहे दिल्ली वासी अब सवाल कर रहे हैं कि उन्हें जल संकट से राहत कैसे मिलेगी?
दिल्ली सरकार के एक बयान में कहा गया है कि उसके प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में हरियाणा के प्रधान सचिव (जल संसाधन) के साथ बैठक में मानवीय आधार पर अतिरिक्त जलापूर्ति का अनुरोध किया। इसमें कहा गया है कि हरियाणा सरकार ने मानवीय आधार पर दिल्ली के लिए अतिरिक्त जलापूर्ति करने में असमर्थता व्यक्त की है।
क्या है भाजपा का दावा : भाजपा भाजपा ने आप सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने डेटा जारी किया। इसमें दिखाया गया कि उसने दिल्ली को 17 प्रतिशत से अधिक अतिरिक्त पानी दिया है। पार्टी ने दावा किया कि जल मंत्री आतिशी शहर में पानी की कमी के मुद्दे को हल करने में अपनी खुद की कमियों को छिपाने के लिए पड़ोसी राज्य पर आरोप लगा रही हैं।
टैंकरों का सहारा : भारी जलसंकट के बीच लोगों को अब टैंकरों का सहारा है। दिन हो या रात लोग टकटकी लगाए पानी के टैंकरों का इंतजार करते हैं। जैसे ही पानी का टैंकर आता है लोगों की कतार लग जाती है। देखते ही देखते टैंकर खाली हो जाता है लेकिन कई बर्तन खाली ही रहे जाते हैं।
नेता भी जल संकट से प्रभावित : दिल्ली के सभी इलाकों में अब जल संकट का असर दिखाई देने लगा है। जल बोर्ड ने 40 फीसदी वाटर सप्लाई में कटौती कर दी है। NDMC ने साफ कर दिया है कि VVIP इलाके में दिन में केवल एक ही बार पानी सप्लाय किया जाएगा। यहां तक कि देश के सबसे वीवीआईपी इलाके के रूप में मशहूर लुटियन जोन में भी पानी की कमी शुरू हो गई है। इस इलाके में केंद्र सरकार के दफ्तरों के साथ ही कई मंत्रियों और सांसदों के बंगले भी है।