नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा से करीब एक महीने पहले राष्ट्रीय दलों में माकपा ने सबसे ज्यादा तीन करोड़ 54 लाख रुपए नकदी होने की घोषणा की है जबकि दो बड़े राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्रेस के हलफनामे सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
राष्ट्रमंडल मानवाधिकार पहल के वेंकटेश नायक ने चुनाव आयोग के समक्ष राजनीतिक दलों द्वारा घोषित किए गए नकदी का विश्लेषण किया जिसमें दिखाया गया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पास तीन करोड़ 54 लाख रुपए नकदी थे जबकि बसपा के पास 26 लाख 59 हजार रुपए और भाकपा के पास 88 हजार 468 रुपए थे।
आयकर से छूट हासिल करने के लिए हर दल द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष ऑडिट रिपोर्ट पेश करना जरूरी होता है।
नायक ने कहा, किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक खुद से यह नहीं बताया कि उसने नोटबंदी- फिर से नए नोट जारी करने की पहल से कैसे निपटा, भारतीय निर्वाचन आयोग को वित्त वर्ष 2015-16 में दिए गए ऑडिट रिपोर्ट में उनके पास मौजूद नकदी के बारे में कुछ जानकारी दी गई है।
उन्होंने कहा कि तीन राष्ट्रीय दलों भाजपा, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ऑडिट रिपोर्ट को चुनाव आयोग की वेबसाइट पर नहीं जारी किया गया है। उन्होंने कहा, संभवत: इन्हें अभी तक नहीं सौंपा गया है। (भाषा)