ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने दवाओं को लेकर अलर्ट जारी किया है। DCGI ने एंटी कोल्ड कॉकटेल दवा Chlorpheniramine maleate और Phenylephrine के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी जारी दी है। इन्हें बच्चों के लिए खतरनाक माना गया है। DCGI इसका प्रयोग 4 साल से छोटे बच्चों के लिए नहीं होना चाहिए। Chlorpheniramine maleate और phenylephrine सॉल्ट का इस्तेमाल एंटी कोल्ड फ्लू का इस्तेमाल होता है।
DCGI ने क्लोरफेनिरामाइन मैलेट और फिनाइलफ्राइन के फिक्स कॉम्बिनेशन वाले कफ सिरप को 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए खतरनाक माना है। DCGI ने छोटे बच्चों के लिए सर्दी-जुकाम के इलाज के लिए अप्रूवल के बिना ही ड्रग फॉर्मूला प्रयोग करने पर चिंता जताई है।
कौनसी दवाइयों पर लगी है रोक : इन दवाइयों पर रोक लगाई गई है। ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड - टी-मिनिक, वानबरी लिमिटेड - कोरिमिनिक, एलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड - विकोरिल एएफ, वानबरी लिमिटेड - कोरिमिनिक क्यूआर, ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड - एस्कोरिल फ्लू, इप्का लेबोरेटरीज लिमिटेड - सोल्विन कोल्ड एएफ जैसी दवाइयां शामिल हैं।
निर्यात टेस्ट किया था शुरू : भारत ने जून से कफ सिरप के निर्यात के लिए अनिवार्य टेस्ट शुरू किया है और दवा निर्माताओं की जांच में तेजी लाई है। जिन दवा निर्माताओं की कफ सिरप को बच्चों की मौत से जोड़ा गया है, उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया है।
141 बच्चों की हुई मौत : भारत 2019 से बच्चों की मौत के मामलों पर गंभीरता से विचार कर रहा है, जिन्हें अधिकारियों ने देश में बनी खांसी की जहरीली दवाओं से जोड़ा है। पिछले साल गैंबिया, उज्बेकिस्तान और कैमरून में कम से कम 141 बच्चों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने कहा कि भारत के भीतर 2019 में देशी कफ सिरप के सेवन से कम से कम 12 बच्चों की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से विकलांग हो गए। इन मौतों ने भारत से निर्यात की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसे अक्सर सस्ती कीमतों पर जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति के कारण 'दुनिया की फार्मेसी' कहा जाता है।
क्या कहता है डब्ल्यूएचओ : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पांच साल से कम उम्र के बच्चों में खांसी और सर्दी के लक्षणों के इलाज के लिए ओवर-द-काउंटर कफ सिरप या दवाओं के इस्तेमाल की सिफारिश नहीं करता है।