नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों और रुपए के अवमूल्यन के मुद्दे पर बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है वे इस दौरान शांति बनाए रखें और किसी तरह के हिंसक प्रदर्शन में शामिल न हों।
कांग्रेस ने कहा कि कई चैंबर ऑफ कॉमर्स और कॉरोबारी संगठनों के अलावा 21 विपक्षी दल इस भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। पार्टी की मांग है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए जिससे तेल के दामों में 15 से 18 रुपए तक गिर सकते हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बंद को हिंसा मुक्त बनाने का अनुरोध करता हूं। हम महात्मा गांधी की पार्टी के हैं और हमें अपने आप को किसी हिंसा से नहीं जोड़ना चाहिए।'
रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गए। रविवार को पेट्रोल के दामों में 12 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 10 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई।
माकन ने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख हुआ कि भाजपा की यहां हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कच्चे तेल के बढ़ते दामों पर चुप्पी साधे रखी गई और महंगाई या रुपए के अवमूल्यन पर कोई चर्चा नहीं हुई। ये ऐसे मामले हैं जो सीधे आम आदमी से जुड़े हैं।