मुख्यमंत्री विजय रुपाणी द्वारा कांग्रेस नेता अहमद पटेल पर आतंकियों से संबंध का आरोप लगाते ही एक ओर जहां गुजरात की सियासत गरमा गई, वहीं सोशल मीडिया पर भी तूफान आ गया। सोशल मीडिया पर कांग्रेस विथ टेररिस्ट्स और बीजेपी विथ आईएसआई टॉप ट्रेंड करने लगे। इससे ऐसा तूफान आ गया जिसने कि भारतीय राजनीति को 'लहूलुहान' कर दिया।
भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस पर करारे हमले किए। पुनीत शर्मा नामक एक शख्स ने ट्वीट किया कि आतंकवाद और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हैं। अहमद पटेल ने आतंकी को अस्पताल में क्यों शरण दी?
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस के आतंकी चेहरे को कोलॉज के माध्यम से दिखाया गया। एक चित्र में दिग्विजय सिंह हैं, जो ओसामाजी का आदर करते हैं, इसके नीचे किड्स लिखा गया है। दूसरे में सोनिया गांधी हैं, जो बटला आतंकियों के लिए चिल्लाती हैं। इसके नीचे एडल्ट लिखा है। तीसरे और अंतिम चित्र में अहमद पटेल दिखाई देते हैं, जो आईएस आतंकी को नौकरी देते हैं। इसके नीचे लीजेंड लिखा गया है।
वहीं टीके नाम के ट्विटर अकाउंट से कहा गया कि भाजपा अहमद पटेल को गिरफ्तार नहीं कर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल रही है। भाजपा उन्हें गिरफ्तार करने की बजाए यह ट्रेंड करने में व्यस्त है।
दूसरी ओर कांग्रेस समर्थकों ने भी भाजपा पर आईएसआई से संबंध होने का आरोप लगाया है। यहां पर पुराने गड़े मुर्दे उखाड़ते हुए आईएसआई से भाजपा के संबंधों का खुलासा किया गया है। मैट्स नामक डाले गए एक ट्वीट में एक फोटो डाला गया है जिसमें पूर्व भाजपा नेता जसवंतसिंह आतंकी अजहर मसूद के साथ नजर आ रहे हैं। इसमें कहा गया है कि आतंकवादी अजहर मसूद को कंधार पहुंचाकर जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना कराने वाला देशभक्त।
सोशल मीडिया पर कई फोटो भी दिखाई दे रहे हैं जिसमें आईएसआई एजेंट ध्रुव सक्सेना भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ नजर आ रहे हैं तो पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर आईएसआई एजेंट शोएब के साथ।
बहरहाल, सोशल मीडिया पर जारी इस जंग से किसी का भला नहीं हो रहा, अलबत्ता देश का नुकसान जरूर हो रहा है। चुनाव तो कल ही खत्म हो जाएंगे, पर क्या ये 'दाग' धुल पाएंगे?