नई दिल्ली। इन दिनों धर्म को लेकर जंग जारी है। जहां यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और बिहार के मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस पर टिप्पणी कर नए विवाद को हवा दी है, वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सनातन धर्म ही भारत का 'राष्ट्रीय धर्म' है।
सीएम योगी ने कहा कि हम सब हम सब अपने व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठकर इस राष्ट्रीय धर्म के साथ जुड़ते हैं। हमारा देश सुरक्षित हो, हमारे मानबिन्दुओं की पुनर्स्थापना हो, गो और ब्राह्मणों की रक्षा हो, किसी कालखंड में यदि हमारे धर्मस्थलों को अपवित्र किया गया हो तो उनकी पुनर्स्थापना का अभियान चले। सभी लोग जानते हैं कि इस दौर में यह हो भी रहा है।
उन्होंने कहा कि आज आप देख रहे हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। भारत की भावनाओं के अनुरूप राष्ट्रीय मंदिर के रूप में अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है। सभी ने राम मंदिर के निर्माण में योगदान दिया है।
हालांकि योगी की इस टिप्पणी को लेकर ट्विटर पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं। डॉ. दर्शनानंद ने लिखा- माननीय योगी जी जो संत महात्मा हैं, हिंदू धर्म के युग प्रवर्तक हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। एक संवैधानिक पद का भी उनके पास उत्तरदायित्व है। उन्होंने सनातन धर्म को भारत का राष्ट्रीय धर्म और अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम के मंदिर को राष्ट्रीय मंदिर की घोषणा कर दी है! जयहिंद
वहीं, डॉ. श्रद्धा शर्मा ने लिखा- भारत धर्मनिरपेक्ष देश है यहां सनातन, इस्लाम, कैथोलिक या अन्य किसी धर्म को कोई विशेष स्थान नहीं दिया गया है, सभी समान हैं। उत्तर प्रदेश भारतीय सविधान के अनुसार ही चलता है। स्पष्टीकरण की आवश्यकता है तो सुप्रीम कोर्ट उपलब्ध है।
शोभा यादव ने लिखा- आज तक तुम सभी की राजनीति धर्म, जातिवाद पर आधारित है, लेकिन अब भारतीय मानवता पार्टी इसे खत्म करेगी। जातिवाद मिटाओ मानवता अपनाओ के साथ।
धीरेन्द्र शास्त्री ढोंगी बाबा : दूसरी ओर, हिन्दू राष्ट्र की बात करने वाले बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि संविधान विरोधी बात करने वाला आतंकवादी है। स्वामी ने धीरेन्द्र शास्त्री को ढोंगी भी कहा।