Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

बिहार, गोवा, मणिपुर, मेघालय में उठी सबसे बड़े दल को मौका देने की मांग

हमें फॉलो करें बिहार, गोवा, मणिपुर, मेघालय में उठी सबसे बड़े दल को मौका देने की मांग
, गुरुवार, 17 मई 2018 (23:11 IST)
नई दिल्ली। कर्नाटक में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सरकार बनाने का आमंत्रण दिए जाने के बाद बिहार, गोवा, मेघालय और मणिपुर से भी विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टियों के तौर पर उभरे दलों को सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग उठने लगी है।

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्य की नीतीश सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज पर राज्यपाल से राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को सरकार बनाने का मौका देने की मांग की है। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा कि कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा। हम राज्यपाल महोदय से मांग करते है कि वे वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें।

मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूं। यादव ने कहा कि मैं पार्टी विधायकों से साथ माननीय राज्यपाल से मुलाकात करूंगा क्योंकि राजद राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है। गोवा कांग्रेस ने भी कहा है कि सबसे बड़े दल के नाते उसे सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए।

प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता यतीश नाइक ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित सम्मेलन में कहा कि 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं और वह सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आयी थी लेकिन राज्यपाल ने पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया। राज्यपाल ने हमारी जगह भाजपा को आमंत्रित किया जिसके पास महज 13 सीटें थीं। हम आज भी सबसे बड़ी पार्टी हैं।

नाइक ने कहा कि अब कर्नाटक में  बीएस येद्दियुरप्पा को इस आधार पर सरकार बनाने का मौका दिया गया है कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। हम भी गोवा में सबसे बड़ी पार्टी हैं और राज्यपाल को हमें सरकार बनाने का न्योता देना चाहिए। हम सदन में बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं। पार्टी ने अपनी इस मांग को लेकर राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने का वक्त भी मांगा है। 

इससे पहले गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने ट्वीट कर कहा कि यदि कर्नाटक में राज्यपाल सबसे बड़े दल को सरकार बनाने का न्यौता देते हैं तो गोवा में ऐसा क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा 'दोहरा मापदंड' क्यों अपनाया जा रहा है। चोडांकर ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि कर्नाटक के राज्यपाल के निर्णय का अनुसरण कर गोवा में सबसे बड़े दल कांग्रेस को सरकार बनाने का न्यौता दिया जाना चाहिए।

गोवा में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रुप में उभरी थी जबकि भाजपा के 13 विधायक चुने गए थे। किसी को भी बहुमत नहीं मिलने पर भाजपा ने अन्य छोटे दलों और निर्दलीयों की मदद से सरकार बनायी थी।

मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। श्री इबोबी सिंह ने कहा कि कांग्रेस मणिपुर की सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए सरकार बनाने का अधिकार उसे मिलना चाहिए। वह कल इस संबंध में राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 28 पर विजयी रही थी। संगमा ने भी इसी आधार पर राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। कांग्रेस को मेघालय में 60 में से 21 सीटों पर विजय हासिल हुई थी। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

100 गुना बढ़ जाएगी स्मार्टफोन बैटरी की लाइफ, भारतीय मूल के वैज्ञानिक ने बनाया उपकरण