Bangladesh President dissolves Parliament : बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन (Mohammad Shahabuddin) ने सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के 1 दिन बाद मंगलवार को संसद भंग कर दी। बंग भवन (President's House) के एक प्रवक्ता ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि राष्ट्रपति ने एक शासकीय आदेश के तहत जातीय संसद (Sansad) को भंग कर दिया है।
राष्ट्रपति भवन द्वारा ढाका में जारी बयान में कहा गया कि संसद को भंग करने का निर्णय सशस्त्र बलों के तीनों प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और आंदोलन कर रहे छात्रों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति की चर्चा के बाद लिया गया।
एक पूर्ण अंतरिम सरकार की घोषणा होगी : अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को बाद में एक पूर्ण अंतरिम सरकार की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि संसद को भंग करने के राष्ट्रपति के कदम ने नए सिरे से आम चुनाव कराने का रास्ता साफ कर दिया है। प्रवक्ता ने कहा कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया (79) को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और कई लोगों को पहले ही रिहा किया जा चुका है। 'स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन' के नेताओं ने मंगलवार को कहा कि वे नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस को देश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाना चाहते हैं।
आंदोलन के प्रमुख समन्वयकों में से एक नाहिद इस्लाम ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में कहा कि उन्होंने यूनुस (84) से पहले ही बात कर ली है और वे बांग्लादेश को बचाने की खातिर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो गए हैं।
डॉ. मोहम्मद यूनुस मुख्य सलाहकार होंगे : नाहिद ने कहा कि हमने निर्णय लिया है कि अंतरिम सरकार बनाई जाएगी जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस मुख्य सलाहकार होंगे। उनकी व्यापक स्वीकार्यता है। वीडियो में नाहिद के साथ दो अन्य समन्वयक भी नजर आ रहे हैं। नाहिद ने कहा कि अंतरिम सरकार के अन्य सदस्यों के नाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
यूनुस फिलहाल देश से बाहर हैं, लेकिन उन्होंने हसीना के अपदस्थ होने का स्वागत किया और इस घटनाक्रम को देश की 'दूसरी मुक्ति' करार दिया। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश में पिछले 2 दिन में हुई हिंसा में कम से कम 119 लोग मारे गए हैं। यूनुस को ग्रामीण बैंक के माध्यम से गरीबी उन्मूलन अभियान चलाने के लिए 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके इस माध्यम को सभी महाद्वीपों में अपनाया गया।
यूनुस और हसीना सरकार के बीच अस्पष्ट कारणों से लंबे समय से विवाद है। हसीना के 2008 में सत्ता में आने के बाद अधिकारियों ने यूनुस के खिलाफ कई जांच शुरू की थीं। इस बीच यूनुस ने कहा कि अगर छात्र इतना त्याग कर सकते हैं, अगर देश के लोग इतना त्याग कर सकते हैं तो मेरी भी कुछ जिम्मेदारी है। मैंने छात्रों से कहा है कि मैं जिम्मेदारी ले सकता हूं।
440 से अधिक लोगों की मौत : बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई। स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है।
'बीडीन्यूज24 डॉट कॉम' समाचार पोर्टल ने कहा कि जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के बावजूद मंगलवार को स्थिति सामान्य होने के संकेत मिले तथा पुलिस और सेना सड़कों पर गश्त कर रही है। पोर्टल ने कहा कि सोमवार को अशांति और रातभर के तनावपूर्ण हालात के बाद ढाका में मंगलवार सुबह स्थिति लगभग शांत रही। रिपोर्ट के अनुसार बस और अन्य सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नजर आए और स्थानीय दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें खोलीं।
समाचार पोर्टल ने बताया कि सरकारी वाहन कार्यालयों की ओर जाते दिखाई दिए और कई ई-रिक्शा भी सड़कों पर नजर आए। सोमवार को हसीना ने प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया और सैन्य विमान से देश छोड़कर चली गईं। हसीना के देश छोड़कर जाने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोगों ने उनके आधिकारिक आवास में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की।(भाषा)