नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने केंद्र की 'नमामि गंगे परियोजना' के लिए निधि जुटाने के मकसद से पिछले एक साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले उपहारों की प्रदर्शनी एवं ई-नीलामी का शनिवार को उद्घाटन किया। राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में शॉल, पगड़ियां और जैकेटों समेत 2700 से अधिक स्मृति चिह्नों की आज (शनिवार) से लेकर 3 अक्टूबर तक www.pmmementos.gov.in पर नीलामी की जाएगी।
पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (NGMA) में सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक लोगों के लिए स्मृति चिह्न नाम से करीब 500 स्मृति चिह्नों की प्रदर्शनी लगाई गई है। उन्होंने बताया, जो स्मृति चिह्न प्रदर्शित हैं उन्हें हर सप्ताह बदला जाएगा। उपहारों में पेंटिंग्स, स्मृति चिह्न, मूर्तियां, शॉल, पगड़ी, जैकेट और पारंपरिक संगीत वाद्य यंत्र शामिल हैं।
पटेल ने बताया कि स्मृति चिह्नों के लिए सबसे कम कीमत 200 रुपए और अधिकतम 2.5 लाख रुपए तय की गई है। मोदी ने खुद इस प्रयास की सराहना की है और लोगों से इसमें भाग लेने का अनुरोध किया है।
प्रधानमंत्री ने ई-नीलामी वेबसाइट के लिंक को टैग करते हुए ट्वीट किया, जो भी हो रहा है, मेरा हमेशा उसमें यकीन रहा है। पिछले एक साल में मुझे जितने भी उपहार और स्मृति चिह्न मिले हैं उनकी नीलामी आज से शुरू होकर 3 अक्टूबर तक होगी। इन स्मृति चिह्नों की दिल्ली में इंडिया गेट के समीप एनजीएमए में प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
पटेल ने कहा कि मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने देश की जीवनरेखा को संरक्षित करने के नेक काम के लिए उन्हें मिले सभी उपहारों की नीलामी करने का फैसला किया है। स्मृति चिह्नों में 576 शॉल, 964 अंगवस्त्र, 88 पगड़ियां और विभिन्न जैकेटें शामिल हैं।