दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए दिल्ली विधानसभा में गेस्ट टीचर्स को नियमित करने के लिए लाए गए बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि दिल्ली के मालिक हम हैं, न कि नौकरशाह। गेस्ट टीचर्स की फाइल इधर से उधर आती जाती रही, लेकिन एक बार भी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को नहीं दिखाई गई। पूछने पर बताया जाता है कि एलजी ने फाइल दिखाने से मना किया हुआ है। हमारे साथ ऐसा बर्ताव क्यों किया जा रहा है? क्या हम आतंकवादी हैं?
उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली का चुना हुआ मुख्यमंत्री हूं, मैं आतंकवादी नहीं हूं। उन्होंने कह कि 'अधिकारियों के पीछे रहकर राजनीति करना बंद करें। मर्द के बच्चे हैं, तो सामने आकर राजनीति करें।
इससे पहले केजरीवाल ने कहा कि गेस्ट टीचर्स की भलाई के लिए अगर आम आदमी पार्टी और भाजपा मिल जाए, तो एक हफ्ते में सारे गेस्ट टीचर्स को पक्का किया जा सकता है। केजरीवाल ने विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता से कहा कि अगर आपको बिल पर कोई आपत्ति है, तो उस पर चर्चा करते हैं। जरूरत पड़ी तो सारी रात सदन चलाएंगे और बिल पास करेंगे।
उनके इस जवाब पर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि वह भी गेस्ट टीचर्स को पक्का करने के पक्ष में हैं, लेकिन देश कानून से चलता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिल को लेकर नियमों का पालन नहीं किया और यह बिल टिक नहीं पाएगा।
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिल को लेकर आपत्तियों को दूर कर लेते हैं। अगर बिल के जरिए गेस्ट टीचर्स को पक्का नहीं करना चाहते, तो एलजी के जरिए बिल पास करवा दीजिए। विपक्ष ने वॉकआउट किया, तो मुख्यमंत्री आक्रामक हो गए।