रालेगणसिद्धि। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का राफेल विमान सौदे पर बड़ा बयान आया है। अन्ना हजारे ने कहा कि अगर लोकपाल होता तो राफेल जैसा घोटाला नहीं हुआ होता। मेरे पास राफेल से जुड़े कई कागजात हैं। मैं दो दिन इनका अध्ययन करने के बाद दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।
अन्ना हजारे ने सवाल उठाए कि मुझे एक बात समझ नहीं आती कि समझौते से एक महीने पहले बनी एक कंपनी को इसमें सहयोगी कैसे बनाया गया। अन्ना ने ऐलान किया कि वे 30 जनवरी को अपने गांव रालेगणसिद्धि में भूख हड़ताल करेंगे। वे सरकार द्वारा मांगें पूरी होने तक इसे जारी रखेंगे।
अन्ना ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी लोकपाल व लोकायुक्त अधिनियम 2013 को लागू नहीं करने पर केंद्र सरकार की आलोचना की। अन्ना हजारे ने कहा कि अगर लोकपाल होता तो राफेल घोटाला नहीं हुआ होता। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि देश पर तानाशाही की तरफ जाने का खतरा मंडरा रहा है।
अन्ना हजारे ने कहा कि अतीत में सरकार लिखित में कह चुकी है कि वह लोकपाल कानून पारित करेगी। किसानों को पेंशन व डेढ़ गुना अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराएगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब मैं और झूठे आश्वासनों पर भरोसा नहीं करूंगा। जीवित रहने तक भूख हड़ताल जारी रखूंगा।