भारत को मजबूत बनाने के लिए 'चाणक्य नीति' अपनाने की जरूरत : शाह

Webdunia
सोमवार, 9 जुलाई 2018 (14:52 IST)
पुणे। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि हर क्षेत्र में भारत को और अधिक मजबूत बनाने के लिए 'चाणक्य नीति' को अपनाने की जरूरत है। शाह ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चाणक्य ने 2400 साल पहले विभिन्न किताबें लिखी थीं, जिनमें युद्ध की तैयारी, राष्ट्र में शांति की स्‍थापना और देश को हर क्षेत्र में कैसे और अधिक मजबूत बनाने के तरीके को शामिल किया गया है।


शाह यहां गणेश कला क्रीड़ा परिसर में महान सामाजिक सुधारक रामभाऊ महल्गी की याद में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा 'चाणक्य नी‍ति' विषय पर आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा कि चाणक्य ने भी अपनी पुस्तक में उल्लेख किया था कि भ्रष्टाचार देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है और देश की समृद्धि केवल तभी संभव है, जब भ्रष्टाचार को समाज से खत्म किया जाए।

उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व शासकों ने 'चाणक्य नीति' को पूरी तरह से सीखा और अपनाया था, जिसके कारण कोई भी अगले एक हजार वर्षों तक भारत पर हमला करने की हिम्मत नहीं कर सका था। उन्होंने कहा कि उस समय न्यायिक व्यवस्था और देश की सुरक्षा तथा संरक्षा मजबूत थी।

'चाणक्य' और उनकी नीति तथा विचारों की बार-बार प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा कि चाणक्य के दौर में कर के रूप में धन का संग्रह कर उसे समाज को वितरित किया गया था। उन्होंने कहा कि उन पुस्तकों से सीखने का समय आ गया है, जो हर क्षेत्र में समृद्धि ला सकती है। चाणक्य ने कभी भी किसी भी समुदाय की संस्कृति को तोड़ने या विभाजित करने की कोशिश नहीं की। (वार्ता) 
Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

मायावती का बड़ा फैसला, बसपा नहीं लड़ेगी उपचुनाव

Uttarakhand : केदारनाथ में कांग्रेस को भारी पड़ा नकारात्मक प्रचार, जनता ने विकास पर लगाई मुहर

LIVE: संसद में अडाणी मामले में मचेगा घमासान, कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक से पहले की यह मांग

संभल में भारी तनाव, मस्जिद सर्वे के लिए आई टीम पर हमला, क्षेत्र छावनी में तब्दील

अगला लेख
More