चंडीगढ़। पंजाब में दो खेमों में बंटी कांग्रेस में खींचतान जारी है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफे के लिए फोन किया था।
खबरों के अनुसार 60 विधायकों ने कैप्टन से नाराजगी को लेकर आम आदमी पार्टी में जाने की धमकी दी थी। खबरों के अनुसार विधायकों की धमकी के बाद अमरिंदर सिंह को हटाने का फैसला किया गया।
राज्य कांग्रेस में पिछले कुछ माह से तेज हुआ घमासान मचा हुआ था। आलाकमान के निर्देश के बावजूद प्रदेश प्रभारी हरीश रावत से नाराज विधायकों की बैठकें हुईं तथा दोनों धड़ों के बीच तालमेल बनाने की कोशिश हुई लेकिन घमासान तेज होता गया। आज रावत तथा अजय माकन और हरीश चौधरी पंजाब पहुंचे।
मुझ पर संदेह किया गया : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदरसिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राजभवन जाकर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
इस्तीफे के बाद कैप्टन सिंह ने कहा कि मैंने सुबह सोनिया गांधी को बता दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। सिंह के बेटे रणिंदर सिंह ने भी ट्वीट कर अपने पिता के इस्तीफे की बात कही था।
नाराजगी भरे लहजे में कैप्टन ने कहा कि दो महीने में 3 बार विधायकों की बैठक की गई। उन्होंने कहा कि तीसरी बार विधायकों से बात हो रही है। सिंह ने कहा कि मेरी बेइज्जती की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार चलाने को मेरे ऊपर संदेह किया गया। आलाकमान जिसको चाहे सीएम बनाए, लेकिन मैं नए सीएम को कबूल नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि भविष्य की राजनीति के लिए मैं अपने साथियों से बात करूंगा। इस्तीफे से पहले भी सिंह ने कहा था कि पद हटाना उनका अपमान होगा। हालांकि उन्होंने कहा कि मैं अभी कांग्रेस में हूं, लेकिन मेरे रास्ते खुले हैं। सभी विकल्पों पर विचार करूंगा।
चंडीगढ़ में शनिवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नया नेता कैप्टन सिंह का समर्थक होगा या फिर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का।