नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उन्हें अपनी भारतीयता साबित करने के लिए दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। कुमार ने कहा कि नागरिकता संबंधी विवाद के बाद वह अपने कनाडाई पासपोर्ट को छोड कर भारतीय पासपोर्ट ले रहे हैं।
52 वर्षीय अभिनेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अप्रैल में साक्षात्कार लिया था और लोकसभा चुनाव के दौरान मुंबई में वोट नहीं डाला था। इसके बाद उनकी नागरिकता को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया था। उन्होंने उस वक्त एक बयान में कहा था कि उन्होंने इस बात से कभी इनकार नहीं किया कि उनके पास कनाडाई पासपोर्ट है। कुमार ने एचटी लीडरशिप समिट में कनाडा का पासपोर्ट लेने के पीछे की परिस्थितियों के बारे में बताया।
कुमार ने कहा कि एक समय था जब मेरी 14 फिल्में फ्लॉप हुई थीं और मैंने सोचा कि मुझे कुछ और काम करना होगा। मेरा एक करीबी दोस्त कनाडा में रहता है और उसने मुझे वहां आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हम किसी चीज पर साथ काम करेंगे। वह भी भारतीय है लेकिन वहां रहता है।
अभिनेता ने कहा कि फिर मैंने अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी, मुझे अपना पासपोर्ट और अन्य सामान मिल गया क्योंकि मुझे लगा कि मेरा करियर समाप्त हो गया है। मुझे अब यहां काम नहीं मिलेगा। मेरी 15 वीं फिल्म सफल हुई और उसके बाद मैंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा। मैं आगे बढ़ता रहा और मैंने अपने पासपोर्ट को बदलवाने के बारे में कभी नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि विवाद के बाद उन्होंने भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन करने का फैसला किया।
कुमार ने कहा कि मैंने अब इसके लिए (पासपोर्ट) आवेदन किया है, क्योंकि मुझे दुख होता है कि लोग इस बात पर अड गए हैं कि मुझे भारतीय होने का प्रमाण देने के लिए अपना पासपोर्ट दिखाना होगा। यह मुझे दुःख देता है। इसलिए मैं किसी को मौका नहीं देना चाहता और इसलिए मैंने इसके लिए (पासपोर्ट) आवेदन किया है।
उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी, उनके बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य सब भारतीय हैं। वह यहीं रहते हैं और यही कर देते हैं।