जम्मू। तिरुपति बालाजी अब मंदिरों के शहर जम्मू में पहुंच गए हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर की तर्ज पर जम्मू शहर के सिदड़ा में भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर का निर्माण रविवार को शुरू हो गया। जम्मू पहुंचे गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने रविवार सुबह सिदड़ा में वैदिक मंत्रोचारण के बीच भूमि पूजन के बाद शिलान्यास किया।
इस मौके पर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी व जम्मू पुंछ के सांसद जुगल किशोर शर्मा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। सुबह ग्यारह बजे हुए इस कार्यक्रम के दौरान वाईवी सुब्बा रेड्डी ने मंदिर व अन्य बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति के बारे में केंद्रीय मंत्री व उपराज्यपाल को बताया।
जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों की ओर से भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर पहले से पूरी तैयारी की थी। कोरोना संबंधी हिदायतों को ध्यान में रखते हुए शिलान्यास के कार्यक्रम में अधिक लोगों को न बुलाने के साथ भूमि पूजन स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों के साथ एंबुलेंस आदि भी उपलब्ध रही।
मंदिर का निर्माण 62.02 एकड़ भूमि पर किया जाएगा, जिसके लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से हाल ही में तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को यह भूमि अलाट की गई थी। इस मंदिर के निर्माण से जम्मू में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
टीडी बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने जम्मू में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर की स्थापना के लिए भूमि पूजन से एक दिन पूर्व शनिवार को वैष्णोदेवी की यात्रा कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ टीटीडी बोर्ड के कार्यकारी अधिकारी जवाहर रेड्डी भी थे।
प्रदेश सरकार ने शरदकालीन राजधानी जम्मू से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित मजीन गांव में भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर के निर्माण के लिए पहली अप्रैल को 25 हेक्टेयर (करीब 62 एकड़ अर्थात ढाई लाख वर्गमीटर) जमीन अलाट की थी। यह भूमि 40 साल की लीज पर दी गई है।
इस भूमि पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम मंदिर, वेद पाठशाला, अध्यात्म केंद्र, आवासीय सुविधा का निर्माण करेगा। आने वाले दिनों में इस भूमि पर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएं भी बनाने का प्रस्ताव है। टीटीडी वैदिक स्कूल और अस्तपाल के साथ दो वर्षों में मंदिर निर्माण करेगा।