चांद कटोरी, अम्मा चावल खीर-सी मीठी अम्मा हर पल

Webdunia
सहबा जाफरी 
 धूप घनी तो अम्मा बादल 
छांव ढली तो अम्मा पीपल 
गीली आंखें, अम्मा आंचल 
मैं बेकल तो अम्मा बेकल। 
रात की आंखें अम्मा काजल 
बीतते दिन का अम्मा पल-पल 
जीवन जख्मी, अम्मा संदल 
मैं बेकल तो अम्मा बेकल। 
 
बात कड़ी है, अम्मा कोयल 
कठिन घड़ी है अम्मा हलचल 
चोट है छोटी, अम्मा पागल 
मैं बेकल तो अम्मा बेकल। 
 
धूल का बिस्तर, अम्मा मखमल 
धूप की रोटी, अम्मा छागल 
ठिठुरी रातें, अम्मा कंबल 
मैं बेकल तो अम्मा बेकल। 
 
चांद कटोरी, अम्मा चावल 
खीर-सी मीठी अम्मा हर पल 
जीवन निष्ठुर अम्मा संबल 
मैं बेकल तो अम्मा बेकल। 
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

दीपावली पर बनाएं ये 5 खास मिठाइयां

10 लाइन नरक चतुर्दशी पर निबंध हिंदी में

पुष्य नक्षत्र पर पत्नी को दें ये उपहार, लक्ष्मी माता की कृपा से कभी नहीं होगी धन की कमी

दीपावली पर 10 लाइन कैसे लिखें? Essay on Diwali in Hindi

क्या प्यूबिक एरिया में शेविंग क्रीम से बढ़ती है डार्कनेस

सभी देखें

नवीनतम

फ्यूजन फैशन : इस दिवाली साड़ी से बने लहंगे के साथ करें अपने आउटफिट की खास तैयारियां

दिवाली पर आपके घर की सुन्दरता में चार चांद लगा सकती हैं ये लाइट्स

अपने बेटे को दीजिए ऐसे समृद्धशाली नाम जिनमें समाई है लक्ष्मी जी की कृपा

पेट्रोलियम जेली के फायदे : सिर्फ ड्राय स्किन ही नहीं, जानें इसके छुपे हुए कई ब्यूटी सीक्रेट्स

एंटी एजिंग मेकअप से दिवाली पर दिखें 10 साल छोटी, जानिए ये असरदार ब्यूटी सीक्रेट्स

अगला लेख
More