मुंबई। महाराष्ट्र में भाजपा पर 50-50 फॉर्मूले के लिए दबाव बना रही शिवसेना के सामने अब यही फॉर्मूला मुसीबत का सबब बनने जा रहा है। दअरसल, NCP ने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की मांग उठा दी है।
एनसीपी सांसद सुनील तटकरे ने यह कहकर शिवसेना खेमे में सनसनी फैला दी है कि चूंकि दोनों पार्टियों के विधायकों की संख्या में महज 2 का ही अंतर है। ऐसे में सरकार में 50-50 का फॉर्मूला तय होना चाहिए। एनसीपी ने सरकार गठन के लिए पहली बार खुलकर अपनी मांग रखी है।
माना जा रहा है कि शुक्रवार को तीनों दल मिलकर सरकार बनाने की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि शरद पवार का रवैया इस पूरे घटनाक्रम में काफी ढुलमुल रहा है। खबरें तो यह भी आती रही हैं कि वे भाजपा से हाथ मिला सकते हैं। मोदी-पवार मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा था।
हालांकि शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में 1 दिसंबर से पहले सरकार का गठन हो जाएगी। दूसरी ओर कांग्रेस नेता और पूर्व शिवसैनिक संजय निरुपम ने कांग्रेस के सरकार में शामिल होने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि लंगड़ी सरकार 5 साल पूरे नहीं कर पाएगी।