भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी करने वाले पूर्व मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने अपने विवादित बयान पर माफी मांग ली है। पूरे मामले में 14 दिन की जेल भेजे गए राजा पटेरिया ने एक पत्र जारी कर अपने बयान पर माफी मांगी है। राजा पटेरिया ने पत्र में खुद को महात्मा गांधी का अनुयायी बताते हुए अपने बयान पर माफी मांगी है। राजा पटेरिया ने माफी मांगते हुए कहा कि मेरा ऐसा कोई अर्थ नहीं था, इसे अनर्थ न बनाया जाए।
राजा पटेरिया ने अपने पत्र में लिखा कि "मोहनदास करमचंद गांधी का अदना अनुयाई और सच और साहस का सिपाही मैं कहना चाहता हूं कि जो सत्य और अहिंसा से लोगों के उत्थान का संघर्ष हम मध्यप्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कर रहे है और ये एक वैचारिक लड़ाई है। यह संघर्ष गांधी और गोडसे का संघर्ष है। हम गांधीवादी हैं। मन, वचन और कर्म से हम गोडसे की जिस विचारधारा का प्रतिनिधित्व नरेंद्र मोदी करते हैं, उसके खिलाफ हैं। एक वक्तव्य मैं ऐसा प्रतीक हो गया जैसे व्यक्ति और विचार एक नाम हो जाते हैं लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि एफआईआर अथवा किसी दबाव के चलते नहीं सिर्फ अपने इश्क मेरे गांधी के विचारों की रक्षा हेतु मैं अथवा कांग्रेस पार्टी किसी हिंसा, किसी भी किस्म की हिंसक और वैमनस्य भावना का न समर्थन करते हैं और कभी करेंगे"।
राजा पटेरिया ने आगे लिखा कि "किसी को ऐसा आशय मेरी बातों से लगा तो माफ किया जाए। मेरा ऐसा कोई अर्थ नहीं था, इसे अनर्थ न बनाया जाए। इसी के साथ मैं यह भी दोहरा दूं। मैं अपने नेता कमलनाथ का झंडा बरदार हूं और उनके साथ हम इस फासीवाद सरकार को उखाड़ फेंकेगे। हम गोडसे के खिलाफ थे, खिलाफ हैं, खिलाफ रहेंगे। गोडसे विचारधारा के प्रतिनिधि सभी के हम खिलाफ हैं। हम इस देश और समाज से भय, अत्याचार, वैमनस्यता, गरीबी और भूख के शासन के खिलाफ मजबूती से खडे है"।
कांग्रेस ने दिया है शोकॉज नोटिस- इसे पहले प्रदेश कांग्रेस ने राजा पटेरिया को उनके बयान पर शोकॉज नोटिस जारी किया है। राजा पटेरिया को पार्टी के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर की तरफ से शोकॉज नोटिस जारी करते हुए बयान को आपत्तिजनक बताते हुए अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखा गया है। पार्टी ने राजा पटेरिया से तीन दिन में जवाब मांगते हुए कांग्रेस से निष्कासित करने की बात कही है। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राजा पटेरिया के बयान की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी ने जो उनसे जवाब तलब किया है।