भोपाल। विश्वप्रसिद्ध उज्जैन के महाकाल मंदिर में अब श्रद्धालुओं को दर्शन करने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई महाकाल प्रबंधन की बैठक में मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई बड़े निर्णय लिए गए।
बैठक में मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ी संख्या के कारण लोगों को होने वाली परेशानी पर चर्चा के बाद तय हुआ कि जल्द ही गर्भगृह और नंदी हॉल का विस्तार किया जाएगा। बैठक के बाद धर्मस्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि महाकाल मंदिर को और भव्य बनाने के लिए और उसको देश के अन्य धार्मिक स्थलों की तरह विकसित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए हैं। साथ ही एक प्रस्ताव तैयार कर महाकाल मंदिर को और भव्य स्वरूप देने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में महाकाल की भस्म आरती में अधिक से अधिक लोग कैसे शामिल हो सकें इसको लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में मंदिर से जुड़े कई अन्य प्रोजेक्ट को लेकर भी चर्चा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ने मंदिर के प्रांगण का काम 2 महीने के अंदर और अन्य काम एक साल में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
इसके साथ ही मंदिर के आसपास अवैध कब्जे को हटाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को दिए। सरकार आने वाले समय में महाकाल मंदिर प्रशासक उज्जैन कलेक्टर को मंदिर की व्यवस्था सही तरीके से संचालित करने के लिए और भी अधिकार दे सकती है। बैठक में सीएम कमलनाथ, धर्मस्व मंत्री पीसी शर्मा के साथ प्रभारी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह सहित उज्जैन कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर मौजूद मौजूद रहे।
शाही सवारी में शामिल होंगे मुख्यमंत्री : मंत्री पीसी शर्मा ने कहा मुख्यमंत्री कमलनाथ 19 अगस्त को उज्जैन जाकर बाबा महाकाल के दर्शन कर बाबा की शाही सवारी में भी शामिल होंगे। इसके पहले बाबा की सवारी में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हो चुके हैं।