भोपाल। मध्यप्रदेश में युवा स्वाभिमान योजना में पशु हांकने का रोजगार देने वाली कमलनाथ सरकार अब बेरोजगारों को बैंड बजाने की ट्रेनिंग देने की तैयारी कर रही है। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए दी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा में एक बैंड ट्रेनिंग स्कूल हो,उसके लिए वो प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आगे कहते है कि इतनी शादी और फंक्शन होते है जहां बैंड बाजा होता है और लोगों में इतना उत्साह होता है तो वो चाहते है कि देश भर में बैंड बजाने वाले मध्यप्रदेश के लोग हो। मुख्यमंत्री बैंड बजाने को अपने आप में एक स्किल बताते हैं।
वहीं मुख्यमंत्री के इस बयान पर सियासत भी गरम हो गई है। बीजेपी का कहना है कि कमलनाथ सरकार बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की जगह उनका मजाक उड़ा रही है।
युवाओं को पशु हांकने का रोजगार देने पर घिरी सरकार : इससे पहले मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के बेरोजगार युवाओं को पशु हांकने के रोजगार देने के फैसला काफी सुर्खियों में रहा। वेबदुनिया की इस खबर के बाद जमकर सियासत गर्मा गई है। चुनाव से ठीक पहले बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने और उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए शुरू की गई युवा स्वाभिमान योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में रहने वाले 21 - 30 साल के आयु वर्ग के युवाओं को कमलनाथ सरकार कई तरह के रोजगार दे रही है जिसमें एक काम पशु हांकने का भी है।
भोपाल, इंदौर सहित प्रदेश के कई जिलों में इस काम के लिए स्वीकृत पदों के लिए अब तक कई आवेदन भी आ चुके हैं। शहरी युवाओं को पशु हांकने का रोजगार देने का फैसला विपक्ष को रास नहीं आया और विपक्ष ने सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।