जम्मू-कश्मीर में तैनात ITBP जवान ने पुलिस निष्क्रियता से नाराज होकर सोशल मीडिया पर पान सिंह तोमर बनने की धमकी दी। 20 अगस्त को लिखी गई यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। अमित सिंह नाम का यह जवान मप्र पुलिस की निष्क्रियता से आहत था और उसने यह पोस्ट लिखी थी। जानिए पूरा मामला-
परिजनों के साथ की गई थी मारपीट : खंडवा जिले के पर्यटन स्थल हनुवंतिया में 16 अगस्त को अमित सिंह के परिजनों के साथ मारपीट की गई थी। आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से अमित ने फेसबुक पर यह पोस्ट लिखी थी।
क्या लिखा था फेसबुक पोस्ट में : अमित ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि मेरे साथ और मेरे भाई के साथ न्याय करें। नया पान सिंह तोमर बनने के लिए मुझे बंदूक चलाने की ट्रेनिंग लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने लिखा कि उनके परिजन 16 अगस्त को खंडवा जिले के इंदिरा सागर बांध के पास एमपी टूरिज्म के जल पर्यटन स्थल हनुवंतिया टापू पर पिकनिक मनाने गए थे, जहां उनका वहां निजी सुरक्षा गार्डों के साथ बच्चों के लिए दूध की बोतलें और बिस्कुट ले जाने की अनुमति नहीं देने की वजह से विवाद हुआ। बात बढ़ने पर वहां तैनात गार्ड चरण सिंह गोंड और दूसरे सुरक्षा गार्डों ने उनके परिवार पर ईंट, लाठी और यहां तक कि बीयर की बोतलों से भी हमला किया।
भाई की आंखों की रोशनी खोने का लगाया आरोप : अमित ने आरोप लगाया कि सुरक्षा गार्डों ने, विशेष रूप से मेरे भाई अतुल सिंह पर बीयर की बोतल से सिर पर हमला किया और उनके द्वारा फेंके गए पत्थरों में से एक में उनकी दाहिनी आंख पर चोट लगी। इसके कारण उन्होंने उस आंख में 80 प्रतिशत दृष्टि खो दी है।
इंदौर में डॉक्टरों ने जहां मेरे घायल भाई अतुल का इलाज किया जा रहा है, हमें सूजन वाली दाहिनी आंख की 80 प्रतिशत दृष्टि वापस लाने के लिए उसे चेन्नई ले जाने के लिए कहा है।
पुलिस ने हमारी मदद करने की बजाय, केवल 2 गार्डों और 15 अज्ञात गार्डों और नाविकों के खिलाफ हमारी शिकायत पर साधारण आईपीसी की धाराओं के तहत अपमानजनक व्यवहार, शारीरिक हमला और आपराधिक धमकी से संबंधित मामला दर्ज किया और न कि गंभीर चोट के कारण हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया।
मुख्यमंत्री ने दिया जांच का आदेश : फेसबुक पोस्ट के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरे मामले पर संज्ञान लिया है। कमलनाथ ने कहा कि आपके परिवार को भी पूरी सुरक्षा देना सरकार का कर्तव्य है। किसी के साथ भी मेरी सरकार में अन्याय नही होगा और न अन्याय को किसी भी प्रकार का संरक्षण मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने खंडवा जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि जवान अमित सिंह के परिवार के साथ हुई घटना की निष्पक्ष जांच हो। किसी के साथ भी अन्याय न हो। किसी निर्दोष पर कोई ग़लत कार्रवाई न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। जो भी कार्रवाई हो, निष्पक्ष जांच के बाद ही हो।