भोपाल। मध्यप्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने किसानों के नाम पर 3 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया। ये आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इस घोटाले में बैंक अधिकारियों के खिलाफ FIR कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।
पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने 3-4 जिलों के किसानों से मुलाकात की। किसान ऋणमाफी योजना को लेकर उन्हें आ रहीं परेशानियों के बारे में उन्होंने बताया।
किसानों ने यह भी बताया कि उन्होंने कर्ज लिया ही नहीं, फिर भी उनका नाम बकायादार की सूची में आ रहा है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। इसी से साफ हो रहा है कि पिछली सरकार में फर्जी ऋण बांटा गया। यह बड़ा घोटाला है।
उन्होंने कहा कि यह घोटाला 2 से 3 हजार करोड़ तक का हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसी को नहीं छोड़ेंगे। हम इसकी पूरी जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे। कमलनाथ ने दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए।
गौशाला के मामले पर कमलनाथ ने कहा कि उन्हें इस बात से बहुत दु:ख पहुंचा कि पिछले 15 सालों में शिवराज सरकार ने एक भी गौशाला नहीं बनाई जबकि ये लोग खुद को बड़े गौ रक्षक होने का दावा करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने वचन-पत्र के मुताबिक 4 महीनों में 1000 गौशाला बनवाएगी। हम हर माह इसकी समीक्षा भी करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि गौशाला निर्माण से 1 लाख निराश्रित गोवंश को आसरा मिलेगा।
कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार गोल्फ कोर्स की सरकार नहीं है, इसलिए हमने गोल्फ कोर्स निरस्त करने का निर्णय लिया। राम मंदिर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जब चुनाव आते हैं तभी मोदीजी को राम मंदिर की याद आती है। साढ़े 4 साल में मोदी सरकार को कभी राम मंदिर की याद नहीं आई। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि युवा स्वाभिमान स्वरोजगार योजना को जल्द कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा।