मध्य प्रदेश में जनपद और जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर वैसे तो भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है,लेकिन ग्वालियर में पंचायत चुनाव में भाजपा नए और पुराने में बंट गई है। अपने-अपने समर्थकों को जनपद पंचायत और जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने को लेकर भाजपा के दो दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा आमने-सामने है। गौरतलब है कि इससे पहले नगरीय निकाय चुनाव में भी ग्वालियर के महापौर टिकट को लेकर भाजपा के अंदर गुटबाजी सतह पर आ गई थी और महापौर टिकट को लेकर सिंधिया और तोमर खेमा आमने सामने था।
दरअसल ग्वालियर के डबरा और भितरवार में जनपद अध्यक्ष के पद को लेकर भाजपा नए और पुराने दो गुटों में बंट गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री इमरती देवी और भाजपा के दिग्गज नेता नरोत्तम मिश्रा डबरा और भितरवार जनपद अध्यक्ष को लेकर आमने सामने आने से सियासी माहौल काफी गर्मा गया है।
बुधवार को हुए चुनाव में ग्वालियर के भितरवार जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर सिंधिया समर्थक और पूर्व मंत्री इमरती देवी के करीबी नेता लक्ष्मी नारायण ने चुनाव जीत लिया। वहीं चुनाव में नरोत्तम मिश्रा के गुट की प्रत्याशी इंदिरा कमल को हार का सामना करना पड़ा।
जिला पंचयात अध्यक्ष पर सीधा टकराव-वहीं ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर भी भाजपा के अंदर टकराव साफ नजर आ रहा है। शुक्रवार को होने वाली वोटिंग में ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भाजपा के खाते में जाना तय है लेकिन भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष कौन होगा यह सबसे बड़ा सवाल है। वैसे तो ग्वालियर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मंत्री भारत सिंह कुशवाह के पसंद के नेता का अध्यक्ष बनना लगभग तय है लेकिन सिंधिया खेमे की पूर्व मंत्री इमरती देवी के समर्थक भी सक्रिय नजर आ रहे है।
शिवराज सरकार में मंत्री भारत सिंह कुशवाह की समर्थक ग्वालियर जिला पंचायत के वार्ड 3 से सदस्य दुर्गेश सिंह का जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना लगभग तय है। दुर्गेश सिंह के समर्थन में भाजपा सदस्यों के साथ निर्दलीय ने भी अपना समर्थन दिया है। वहीं पूर्व मंत्री इमरती देवी नेहा मुकेश को अध्यक्ष बनाने के लिए लांबिंग कर रही है लेकिन वह पिछड़ती हुई दिख रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुर्गेश सिंह को अपना समर्थन देकर पूर्व मंत्री इमरती देवी को पटखनी देने की तैयारी कर ली है। ऐसे में अब सबकी निगाह शुक्रवार को होने वाले मतदान पर टिक गई है।