केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक लग्जरी कार से 51 किलो अवैध डोडा चूरा जब्त किया। सबसे ख़ास बात यह है कि इस कार पर पुलिस लिखा था और गिरफ्तार हुआ आरोपी महेंद्र सिंह परिहार एसएएफ का जवान है, जो फिलहाल उज्जैन में पदस्थ है।
इसकी गिरफ्तारी कोई चौंकाने वाली बात इसलिए नहीं है कि अफीम उत्पादक मालवा में पुलिस पर मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त होने के आरोप लगते रहे हैं।
इस मामले में जानकारी देते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उपायुक्त प्रमोद सिंह ने बताया की नारकोटिक्स विंग की टीम ने मंगलवार दोपहर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्थान के चितौड़गढ़-जयपुर हाईवे पर गंगरार चौराहे पर एक वरना कार जिसका नंबर आरजे 07 सीबी 2985 था, उसको रोका। जब इस कार की तलाशी ली गई तो इसमें 51 किलो अवैध डोडा चूरा मिला। इस कार पर पुलिस लिखा था।
नारकोटिक्स उपायुक्त सिंह ने बताया कि अवैध डोडा चूरा के साथ एक युवक महेंद्र सिंह पिता करण सिंह निवासी खकरिया खेड़ी, मंदसौर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी महेंद्र एसएएफ का जवान है और उज्जैन में पोस्टिंग है, इससे और पूछताछ की जा रही है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/15 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता परमजीतसिंह फौजी ने बताया मालवा में पुलिस जवानों का मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त होना कोई नई बात नहीं है। नीमच, मंदसौर में सालों से पदस्थ जवान बड़े पैमाने पर इस काम में लगे हैं और इस काम से उन्होंने काफी धन-संपदा कमा ली है।