भोपाल। मोदी यानि हर गारंटी पूरी होने की गारंटी। सोमवार को भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में पीएम मोदी के दिए इस बयान ने मध्यप्रदेश भाजपा की पूरे चुनावी प्रचार की रणनीति साफ कर दी। ऐसे में जब मध्यप्रदेश की पूरी चुनावी सियासत गारंटी पर आकर टिक गई है तब पीएम मोदी का गारंटी वाला बयान बेहद महत्वपूर्ण है। दरअसल मध्यप्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस गारंटी कार्ड के सहारे ही चुनावी मैदान में डटी है। कांग्रेस ने प्रदेश की जनता के सामने 10 गारंटी का रोडमैप रख भाजपा को सीधी चुनौती दे दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि 50 साल पहले कांग्रेस ने गरीबी दूर करने का नारा दिया, लेकिन अपना वादा पूरा नहीं किया। दूसरी तरफ, भाजपा सरकार के पांच सालों में ही देश के 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं। ये मोदी की गारंटी का नतीजा है। जब मोदी गारंटी देता है, भाजपा गारंटी देती है, तो वो जमीन पर उतरती है, हर व्यक्ति तक पहुंचती है। मोदी हर गारंटी के पूरे होने की गारंटी है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने संसद से पास किए महिला आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी ने बहनों को जो गारंटी दी थी और नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करके उस गारंटी को पूरा कर दिया है।
'गारंटी' पर कांग्रेस का पूरा फोकस- मध्यप्रदेश में सत्ता में वापसी का राह देख रही कांग्रेस ने सरकार बनते ही 5 गारंटी को लागू करने का एलान कर रखा है। कांग्रेस नारी सम्मान योजना के साथ सत्ता में आने पर 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने और 100 यूनिट बिजली माफ करने के साथ 200 यूनिट तक बिजली का बिल हाफ करने के वादे के साथ चुनावी मैदान में है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मीडिया से चर्चा में लगातार इस बात को कह रहे है कि कांग्रेस जनता से झूठे वादे नहीं करती है, वह सत्ता मेंं आने के बाद उनको पूरा भी करती है।
चुनाव में ही मोदी ही चेहरा- भाजपा के चुनाव प्रचार का शंखनाद करने भोपाल आए पीएम मोदी ने जिस तरह से केंद्र सरकार के पिछले 9 सालों के कामकाज को गिनाया और देश के विकास में मध्यप्रदेश की भूमिका को जिस तरह रेखांकित किया वह इस बार का साफ इशारा है कि भाजपा पीएम मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
सोमवार रात आई भाजपा की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारकर पार्टी ने साफ संकेत दे दिए है कि पार्टी चुनाव किसी भी स्थानीय नेता के चेहरे नहीं लड़ेगी। दूसरी सूची में मुख्यमंत्री पद के दावेदार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद सिंह पटेल के साथ भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव मैदान में उतारकर पार्टी ने बड़ा दांव चल दिया है। ऐसे में मध्यप्रदेश में भाजपा पीएम मोदी के चेहरे के सहारे मध्यप्रदेश में पांचवी बार सत्ता हासिल करने के लिए अब आगे बढ़ चुकी है।