वरुण गांधी ने पीलीभीतवासियों को लिखा भावुक पत्र, कहा- पीलीभीत से रिश्ता आखिरी सांस तक रहेगा

कहा, मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 28 मार्च 2024 (12:31 IST)
Varun Gandhi wrote an emotional letter : पीलीभीत (Pilibhit) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने पार्टी नेतृत्व द्वारा टिकट काटे जाने के बाद पीलीभीतवासियों के लिए गुरुवार को एक खुला पत्र लिखा। वरुण ने इस भावुकतापूर्ण पत्र में लिखा है कि एक सांसद (MP) के रूप में उनका कार्यकाल भले ही खत्म हो रहा हो, मगर पीलीभीत से उनका रिश्ता आखिरी सांस तक रहेगा।

ALSO READ: बीजेपी ने वरुण गांधी को क्यों छोड़ा, मेनका गांधी पर क्यों जताया भरोसा?
 
अपनी ही सरकार के खिलाफ कई बार मुखर रहे वरुण गांधी : भाजपा ने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी ही सरकार के खिलाफ कई बार मुखर रहे वरुण गांधी का टिकट काटकर उत्तरप्रदेश के लोक निर्माण मंत्री पूर्व सांसद जितिन प्रसाद को पीलीभीत से उम्मीदवार बनाया है। पहले माना जा रहा था कि वरुण पीलीभीत से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन बुधवार को नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन भी वरुण ने पर्चा दाखिल नहीं किया जिसके बाद उनके इस सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया।

ALSO READ: पीलीभीत से गांधी परिवार की विरासत का अंत, टिकट कटने पर छलका वरुण गांधी का दर्द
 
वरुण ने यह लिखा पत्र में : उन्होंने पीलीभीतवासियों को लिखे पत्र में इस क्षेत्र से अपने जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा कि आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं तो यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वह 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है, जो अपनी मां की उंगली पड़कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था। उसे कहां पता था कि एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे। वरुण ने पत्र में आगे कहा कि एक सांसद के तौर पर उनका कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से उनका रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता।

ALSO READ: पीलीभीत लोकसभा सीट पर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं वरुण गांधी
 
मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं : उन्होंने कहा कि सांसद के रूप में नहीं तो बेटे के तौर पर ही सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे आपके लिए हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे। मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं। भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े।
 
पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला : भाजपा सांसद ने पत्र में कहा कि वे खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें वर्षों तक पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई है।
 
मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का : उन्होंने पत्र में कहा कि महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत से मिले आदर्श, सरलता और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है। मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है, जो राजनीतिक गुणा-भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूंगा। वरुण गांधी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के चचेरे भाई हैं और वे वर्ष 2019 में दूसरी बार पीलीभीत से भाजपा के सांसद चुने गए थे।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

1000km दूर बैठा दुश्मन पलक झपकते तबाह, चीन-पाकिस्तान भी कांपेंगे, लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

उद्धव ठाकरे की 2 दिन में 2 बार चेकिंग से गर्माई महाराष्ट्र की सियासत, EC ने कहा- शाह और नड्डा की भी हुई जांच

महाराष्ट्र में विपक्ष पर बरसे मोदी, कहा अघाड़ी का मतलब भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी

Ayushman Card : 70 साल के व्यक्ति का फ्री इलाज, क्या घर बैठे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड, कैसे चेक करें पात्रता

बोले राहुल गांधी, भाजपा ने जितना पैसा अरबपति मित्रों को दिया उससे ज्यादा हम गरीब और किसानों को देंगे

अगला लेख
More