Lok Sabha Elections 2024 : कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने रविवार को कहा कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के दरवाजे खुले हैं और अब मायावती को तय करना है कि वे आगामी लोकसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना चाहती हैं या अकेले अपने दम पर।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि विपक्षी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) खुले दिल से चाहता है कि बसपा भी इस गठबंधन का हिस्सा बने, लेकिन मायावती पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान पांडे ने इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस 'पूरे दिल से' समाजवादी पार्टी का समर्थन कर रही है।
उन्होंने विश्वास जताया कि लोकसभा चुनावों के लिए राज्य में सीट-बंटवारे पर जल्द ही गतिरोध को दूर कर समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-सपा गठबंधन उत्तर प्रदेश में उन छोटे दलों के साथ भी बातचीत कर रहा है, जो लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल होंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस महीने के अंत तक सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा।
पांडे ने कहा कि उनमें (छोटे दलों) से कुछ बिना शर्त शामिल हो रहे हैं और कुछ दलों को कुछ अधिक उम्मीदें हैं, इसलिए (उत्तर प्रदेश में सीट-बंटवारे को अंतिम रूप देने में) थोड़ा समय लग रहा है, लेकिन इस महीने के अंत तक सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा।
अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ सीट बंटवारे के बारे में पांडे ने कहा कि काफी हद तक सकारात्मक बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि जब आप किसी गठबंधन का हिस्सा बनते हैं तो आपको बातचीत करनी होती है और तर्कसंगत तरीके से तय करना होता है कि सबसे अच्छा उम्मीदवार कौन होगा, जो भाजपा को उचित टक्कर दे पाएगा।
इसलिए हम इसका विश्लेषण कर रहे हैं और मुझे पूरी उम्मीद है कि जल्द ही सीट बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
आरएलडी का जाना दुर्भाग्यपूर्ण : जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के विपक्षी गठबंधन इंडिया से बाहर निकलने को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कांग्रेस महासचिव ने विश्वास जताया कि इस महीने के अंत में यात्रा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भी गुजरेगी, जहां विपक्षी गठबंधन लोगों का समर्थन जुटाने की कोशिश करेगा।
रालोद के गठबंधन से बाहर होने के बाद सीट बंटवारे पर फिर से बातचीत की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए पांडे ने कहा कि अब तक हमने जो भी चर्चा की थी, उसमें निश्चित रूप से बदलाव करने होंगे और पूरी प्रक्रिया को फिर से व्यवस्थित करना होगा। इसलिए इसमें कुछ समय लग रहा है, लेकिन बहुत जल्द हम संयुक्त रूप से उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या बसपा भविष्य में गठबंधन का हिस्सा बन सकती है, पांडे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया पूरे दिल से चाहता है कि बसपा इस गठबंधन का हिस्सा बने, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि मायावती जी पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वे अकेले चुनाव लड़ेंगी।
उन्होंने कहा कि गठबंधन में शामिल होना उन पर निर्भर है लेकिन विपक्षी गुट 'इंडिया' के दरवाजे मायावती जी के लिए हमेशा खुले हैं। अगर वह चाहें तो भाजपा से लड़ने के लिए गठबंधन में शामिल हो सकती हैं।
सोनिया गांधी के इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी अब भी पार्टी का स्तंभ हैं और उनकी घोषणा से कुछ भी नहीं बदला है।
पांडे ने कहा कि जैसा कि आपने उनका (सोनिया गांधी का) पत्र पढ़ा होगा, जिसमें उन्होंने बहुत स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि वह उत्तर प्रदेश, रायबरेली और अमेठी का हिस्सा हैं और वह परिवार के मुखिया के रूप में समर्थन करना जारी रखेंगी। वे रायबरेली को अपना घर मानती हैं और लोगों को उसी तरह का मार्गदर्शन देना जारी रखेंगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता चाहते हैं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़े।
प्रियंका गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर पांडे ने कहा, उनका (प्रियंका) स्वागत है और हर कोई यही चाह रहा है, लेकिन फैसला (रायबरेली और अमेठी से चुनाव लड़ने का) प्रियंका जी और राहुल जी को लेना है।
उन्होंने कहा कि प्रियंका और राहुल को उत्तर प्रदेश के लोगों की भावनाओं, लगाव और अपेक्षाओं पर विचार करना होगा।
पांडे ने कहा, हर कोई चाहता है कि दोनों सीट पर गांधी परिवार चुनाव लड़े और हमें विश्वास है कि वे उचित निर्णय लेंगे।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटकों ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने की इच्छा जताई है और अपनी सुविधा के अनुसार उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर यात्रा में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी है।
पांडे ने कहा,अखिलेश जी ने सार्वजनिक और व्यक्तिगत बातचीत में भी उत्तर प्रदेश में यात्रा का स्वागत किया है और संभवत: अमेठी-रायबरेली से गुजरने के दौरान वह भी इसमें शामिल होंगे।
यादव ने पहले सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी पोस्ट में कांग्रेस को 11 सीट देने की बात की थी। इस बारे में कांग्रेस महासचिव ने कहा, अभी तक कोई संख्या तय नहीं हुई है। हम पूरे दिल से सपा और अखिलेश जी का समर्थन कर रहे हैं.... कांग्रेस को लगता है कि मजबूती से कई सीट पर लड़कर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। बस कुछ भ्रम हैं जो दूर हो जाएंगे।
पांडे ने कहा, चाहे वह कांग्रेस का उम्मीदवार हो या समाजवादी या कोई भी जो इंडिया गठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहा हो, हम उस उम्मीदवार का पूरे दिल से समर्थन करेंगे और भाजपा की हार सुनिश्चित करेंगे।
कांग्रेस की चुनावी तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में पांच स्तरीय संगठन के साथ पूरी तरह तैयार है।
पांडे ने कहा, एक बात बिल्कुल स्पष्ट है कि न सिर्फ उत्तर प्रदेश में बल्कि जहां-जहां से भी यह यात्रा गुजरी है, वहां के लोगों का मूड और भावनाएं बदल रही हैं और वे देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश में हमें काफी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है और समाज के हर कोने से लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। यह यात्रा न केवल राज्य बल्कि पूरे देश की राजनीतिक स्थिति बदल देगी।
उन्होंने कहा कि लोग उन मुद्दों पर सोचने के लिए मजबूर हैं जिनके लिए राहुल लड़ रहे हैं। पांडे ने कहा कि इस यात्रा से न केवल कार्यकर्ताओं बल्कि आम लोगों का भी मनोबल बढ़ा है जिनके लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। भाषा Edited By : Sudhir Sharma