नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सपा, बसपा और रालोद के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई मतभेद नहीं है और तीनों दल एकसाथ भाजपा के खिलाफ मैदान में उतरने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि गठबंधन का फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपनी मर्जी से नहीं लिया है बल्कि यह कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर लिया गया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने सपा और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन के तहत मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीटों पर राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के मैदान में उतरने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी।
जयंत चौधरी ने एक साक्षात्कार में कहा कि उनके पिता एवं पार्टी अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है जबकि वह बागपत से मैदान में उतरने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मथुरा सीट पर पार्टी जल्द निर्णय करेगी।
यह पूछे जाने पर कि तीनों दलों के कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर लंबे समय से चली आ रही सीट बंटवारे की वार्ता से कैसे जुड़ पाएंगे, जयंत ने कहा कि उनका मानना है कि क्षेत्रिय दलों का उनके कार्यकर्ताओं के साथ बेहतर तालमेल है।
उन्होंने कहा, 'गठबंधन का निर्णय पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने अपनी मर्जी से नहीं किया है बल्कि यह कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर लिया गया है। यही वजह है कि आपको बसपा, सपा और रालोद के बीच सीट बंटवारें और तालमेल की कोई समस्या नजर नहीं आ रहा है। इसका मतलब है कि मैदान हमारे लिए पहले ही तैयार है। अब हमें बस अभियान जारी रखना है।' (भाषा)