Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

मालेगांव ब्लास्ट की जांच में हेमंत करकरे पर था काफी दबाव, साथी रियाजुद्दीन का दावा, साध्वी प्रज्ञा के प्रताड़ना के आरोपों को बताया झूठा

हमें फॉलो करें hemant Karkare

विकास सिंह

, शनिवार, 4 मई 2019 (08:50 IST)
भोपाल। लोकसभा चुनाव में देश की सबसे हाईप्रोफाइल सीट के तौर पर देखी जा रही भोपाल लोकसभा सीट पर सियासत हर दिन एक नया मोड़ ले रही है। यहां भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के बीच मुकाबला काफी कांटे का माना जा रहा है।
 
मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर खुद को हिंदू और भगवा आतंकवाद के नाम पर प्रताड़ित करने की बात चुनावी मंच पर कहती आ रही हैं। वहीं साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई एटीएस के चीफ रहे शहीद हेमंत करकरे पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें देशद्रोही तक बता डाला था। साध्वी प्रज्ञा के बयान से नाराज होकर हेमंत करकरे के साथ काम कर चुके मुंबई पुलिस के रिटायर्ड एसीपी रियाजुद्दीन देशमुख ने भोपाल से चुनावी ताल ठोंक दी है।
 
वेबदुनिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में रियाजुद्दीन देशमुख कहते हैं कि भाजपा ने जिन साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को मैदान में उतारा है उसके ऊपर आंतकवाद और मर्डर जैसे गंभीर चार्ज हैं। साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिस तरह शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही बताया था, उसके उनको बहुत दुख हुआ।
 
रियाजुद्दीन कहते हैं कि हेमंत करकरे और मेरे बीच गुरु और शिष्य का रिश्ता था, इसके चलते साध्वी प्रज्ञा की  बात मुझे दिल को छू गई और वो चुनाव मैदान में आ डटे।
 
webdunia
मालेगांव ब्लास्ट की जांच में हेमंत करकरे पर था काफी दबाव - पिछले दिनों कई भाजपा नेताओं के इन आरोपों पर कि हेमंत करकरे का पुलिस अधिकारी के तौर पर व्यवहार सही नहीं था, के जवाब में रियाजुद्दीन कहते हैं कि ये आरोप पूरी तरह गलत है। वेबदुनिया से बात में रियादुद्दीन कहते हैं कि हेमंत करकरे एक जानदार और ईमानदार अफसर थे।
 
रियाजुद्दीन कहते हैं कि मालेगांव बम ब्लास्ट की जांच करते समय हेमंत करकरे पर काफी दबाव आया था, लेकिन वो दबाव में नहीं झुके और चुन-चुनकर मुख्य आरोपी को ढूंढ कर निकाला।
 
साध्वी प्रज्ञा के प्रताड़ना के आरोप झूठे – वेबदुनिया से बातचीत में पुलिस अधिकारी रहे रियाजुद्दीन कहते हैं कि साध्वी प्रज्ञा शहीद हेमंत करकरे पर जिस तरह प्रताड़ित करने के आरोप लगा रही है वो पूरी तरह झूठे हैं। पुलिस अफसर रहे रियाजुद्दीन कहते हैं कि आज के समाज में कोई भी पुलिस अधिकारी किसी भी आरोपी को प्रताड़ित नहीं कर सकता है। इसके पीछे कई कानूनी पहलू बताते हुए वो कहते हैं कि कोर्ट में जब आरोपी को पेश किया जाता है तो बकायदा मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान होते हैं जिसमें फरियादी अपनी बात कहता है। रियाजुद्दीन कहते हैं कि नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन ने भी साध्वी प्रज्ञा के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
 
मुझे मुस्लिम होने के नाते किया गया प्रताड़ित –  वेबदुनिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में पुलिस अधिकारी रहे रियाजुद्दीन खुलासा करते हुए कहते हैं, कि उनको और उनके परिवार वालों को भी मुस्लिम होने के नाते काफी प्रताड़ित किया गया। इसके पीछे रियाजुद्दीन अपने जीवन से जुड़ा एक किस्सा बताते हुए कहते हैं कि उनको और उनके परिजनों को बिना किसी प्रमाण के आरोप लगाकर लंबे समय तक प्रताड़ित किया गया, जिसकी लड़ाई उन्होंने लंबे समय तक लड़ी और अपने को बेगुनाह साबित किया। रियाजुद्दीन कहते हैं कि वो संसद में जाकर वंचित और पीड़ित लोगों की हक की लड़ाई लड़ना चाहते हैं।      

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अब खुद का डिजिटल क्वाइन लाएगा फेसबुक, करोड़ों यूजर्स को होगा फायदा