भोपाल से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की पहचान हिंदुत्व का चेहरा होने के साथ-साथ भारत भक्ति अखाड़े की महामंडलेश्वर के तौर पर भी है।
इस साल की शुरुआत में इलाहाबाद में हुए कुंभ में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भारत भक्ति अखाड़े की स्थापना की थी और खुद उसकी महामंडलेश्वर बन गई थीं। हालांकि अखाड़ा परिषद ने साध्वी के इस नए अखाड़े को मान्यता नहीं दी थी, लेकिन अब भोपाल से साध्वी प्रज्ञा को लोकसभा का उम्मीदवार बनाए जाने का स्वागत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने किया है।
नरेंद्र गिरी ने वेबदुनिया से खास बातचीत में कहा कि वो व्यक्तिगत तौर पर साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं। गिरी कहते हैं कि प्रज्ञा ठाकुर ने धर्म के लिए बहुत कुछ किया है और बहुत तकलीफ झेली है और अब भाजपा ने जब उनको उम्मीदवार बनाया तो उनका स्वागत, अभिनंदन है और वे चुनाव में विजयी हों।
वहीं, साधु-संतों के बढ़ते सियासी प्रेम पर नरेंद्र गिरी कहते हैं कि उनका मानना हैं कि परंपरागत साधु महात्मा को राजनीति से दूर रहना चाहिए। वे व्यक्तिगत तौर पर साधु-संत का राजनीति में आने का विरोध करते हैं। जनसमुदाय के बीच भी साधु-संतों को किसी पार्टी का समर्थन नहीं करना चाहिए।
वेबदुनिया के इस सवाल पर कि क्या अखाड़ा परिषद चुनाव में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का समर्थन करेगा, नरेंद्र गिरी साफ कहते हैं कि अखाड़ा परिषद राजनीति से दूर रहता है और अखाड़ा परिषद चुनाव में किसी का समर्थन नहीं करता है, लेकिन व्यक्तिगत तौर पर वो चाहते हैं कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चुनाव में दिग्विजय के खिलाफ जीत हासिल करें।