क्या उत्तर कोरिया के हथियार का हो रहा यूक्रेन में इस्तेमाल?

DW
मंगलवार, 27 दिसंबर 2022 (08:15 IST)
अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर रूसी समूह वागनर को हथियार सप्लाई करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि यह समूह इन हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में कर रहा है।
 
अमेरिकी खुफिया एजेंसी के आकलन के मुताबिक उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए रूस के वागनर समूह को हथियारों की पहली खेप पहुंचाई है। वागनर समूह के 50 हजार लड़ाके इस वक्त यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे हैं। वागनर रूसी सरकार के समर्थन वाले ऐसे लड़ाकों का समूह है जो रूसी हितों के लिए काम करता है।
 
वॉशिंगटन ने गुरुवार को इस मामले पर कहा कि उत्तर कोरिया ने रूस के वागनर समूह को रॉकेट और मिसाइलें भेजी हैं। प्योंगयांग ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है।
 
ताजा अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट इस चिंता के बीच आई है कि एक कुख्यात रूसी निजी सैन्य कंपनी यूक्रेन में मॉस्को के युद्ध में तेजी से बड़ी भूमिका निभा रही है। वागनर समूह भाड़े के सैनिकों का एक नेटवर्क है जिसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निजी सेना के रूप में भी जाना जाता है।
 
भेजे जा सकते हैं और हथियार
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, "हम आकलन करते हैं कि वागनर को दी गई सामग्री की मात्रा यूक्रेन में युद्धक्षेत्र की गतिशीलता को नहीं बदलेगी।" किर्बी ने कहा कि अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने निश्चित तौर पर कहा है कि उत्तर कोरिया ने पिछले महीने हथियारों की शुरुआती खेप भेजी थी। उन्होंने कहा कि अमेरिका चिंतित है कि उत्तर कोरिया और सैन्य उपकरण भेजने की योजना बना रहा है।
 
ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली से उत्तर कोरिया द्वारा रूस को हथियारों की कथित आपूर्ति की निंदा की है। उन्होंने एक बयान में कहा, "तथ्य यह है कि राष्ट्रपति पुतिन मदद के लिए उत्तर कोरिया की ओर रुख कर रहे हैं, वास्तव में यह रूस की हताशा और अलगाव का संकेत है।"
 
उत्तर कोरिया ने रिपोर्ट का खंडन किया
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने वागनर समूह को रूस द्वारा हथियारों की आपूर्ति करने की खबरों का खंडन करते हुए इसे "आधारहीन" बताया है। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए ने विदेश मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा, "पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया और रूस के बीच हथियारों के व्यापार के संबंध में कोई लेनदेन नहीं हुआ है।"
 
केसीएनए के अनुसार विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "यह अमेरिका है जो यूक्रेन को विभिन्न प्रकार के घातक हथियारों की आपूर्ति करके रक्तपात और विनाश फैला रहा है।"
 
राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि अमेरिका ने प्योंगयांग पर हथियारों के आयात या निर्यात के लिए प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इन प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया की ओर से हथियार भेजे जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक स्थायी सदस्य है और रूसी भाड़े के सैनिकों को हथियारों का हस्तांतरण "घृणास्पद" है।
 
सैकड़ों अरब यूरो खर्च करके भी ऊर्जा संकट से नहीं उबरा जर्मनी
उन्होंने कहा, "रूस, जिसके पास वीटो शक्ति है वह अब उत्तर कोरिया और ईरान से हथियार खरीद रहा है ताकि यूक्रेन के खिलाफ अपनी आक्रामकता को बढ़ावा दिया जा सके।"
 
अमेरिकी खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक वागनर के लगभग 50,000 भाड़े के सैनिक यूक्रेन में लड़ रहे हैं। जॉन किर्बी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक करीबी सहयोगी द्वारा नियंत्रित समूह को युद्ध लड़ने के लिए प्रति माह दस करोड़ डॉलर खर्च किया जा रहा है।
 
उत्तर कोरिया ने इस साल अपने हथियारों का परीक्षण तेज कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने चेतावनी दी है कि ऐसे संकेत हैं कि प्योंगयांग परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है।
 
एए/सीके (रॉयटर्स, एपी)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरूर पढ़ें

साइबर फ्रॉड से रहें सावधान! कहीं digital arrest के न हों जाएं शिकार

भारत: समय पर जनगणना क्यों जरूरी है

भारत तेजी से बन रहा है हथियार निर्यातक

अफ्रीका को क्यों लुभाना चाहता है चीन

रूस-यूक्रेन युद्ध से भारतीय शहर में क्यों बढ़ी आत्महत्याएं

सभी देखें

समाचार

LIVE: बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप की होगी मुलाकात

CM मोहन यादव ने लाड़ली बहनों के खाते में ट्रांसफर किए 1573 करोड़ रुपए

भारतीय छात्रों को जस्टिन ट्रूडो ने दिया बड़ा झटका, कनाडा ने फास्ट-ट्रैक वीजा किया समाप्त

अगला लेख
More