अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान बेहतरीन नेतृत्व क्षमता दिखाने के लिए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की तारीफ की है, साथ ही उन्होंने पश्चिमी देशों से एकजुट रहने की अपील भी की।
जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए जर्मनी पहुंचे बाइडेन ने रविवार को ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उम्मीद कर रहे थे कि नाटो और जी-7 देशों के बीच किसी तरह दरार आ जाएगी, लेकिन हम न तो बंटे हैं और न ही बंटने वाले हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, हमें एकजुट रहना होगा। बाइडेन और शॉल्त्स की बैठक बावेरिया के एल्माउ महल में हुई, जहां इस साल का जी-7 सम्मेलन हो रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, जापान, इटली और कनाडा के इस समूह की बैठक में इस बार सबसे बड़ा मुद्दा यूक्रेन युद्ध है।
उधर यूक्रेन सरकार ने जर्मनी में जुटे जी-7 नेताओं से और हथियार मुहैया कराने की अपील की है। यूक्रेन ने इन देशों से रूस पर और प्रतिबंध लगाने की अपील भी की है। दोनों पक्षों की यह बातचीत रविवार तो तब हुई, जब कुछ घंटे पहले ही रूस ने कीव की एक रिहायशी इमारत पर हमला किया।
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक कीव की इस नौ मंजिला इमारत पर हमले में कई लोग घायल हो गए, जबकि कई लोग मलबे में फंस गए हैं। बचावकर्मी राहत कार्य में जुटे हैं। उन्होंने सात साल की एक बच्ची के साथ उसकी मां को बचाया। आर्टेम हथियार फैक्टरी के नजदीक ही बनी इस रिहायशी इमारत को रूस पहले भी निशाना बना चुका है।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूस पर भूख को हथियार बनाने का आरोप लगाया है। माइकल ने कहा, वैश्विक खाद्य संकट के लिए रूस जिम्मेदार है, जिसमें गरीब देश और कम आय वाले परिवार शिकार बन रहे हैं। जी-7 सम्मेलन शुरू होने से पहले अपने बयान में माइकल ने कहा कि रूस इस जंग में खाने को अदृश्य हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है और खाने को लेकर रूस के प्रोपेगैंडा का मुकाबला किया जाना चाहिए। - वीएस/एके (एएफपी, डीपीए)