डर्बी। अनुभवी कप्तान मिताली राज के नेतृत्व में भारतीय महिला क्रिकेट टीम यहां आईसीसी विश्वकप में मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को अपने पहले मुकाबले में विजयी शुरुआत के लक्ष्य के साथ उतरेगी।
भारतीय टीम ने विश्वकप से पूर्व अभ्यास मैचों में संतोषजनक प्रदर्शन किया और श्रीलंका के खिलाफ 109 रनों की अहम जीत दर्ज की थी। हालांकि दूसरे मैच में उसे न्यूजीलैंड ने हरा दिया था। इससे पहले चतुष्कोणीय सीरीज में भी भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा था, जहां उसने दक्षिण अफ्रीका को आठ विकेट से फाइनल में हराया था।
अनुभवी बल्लेबाज मिताली के नेतृत्व में टीम यहां पूरे आत्मविश्वास के साथ उतरेगी जहां उसके सामने पहली ही चुनौती खिताब की दावेदार मानी जा रही इंग्लिश टीम से होगी। हालांकि भारतीय टीम के पास बेहतरीन खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल मौजूद है, जिसमें हाल में अपने 100 वनडे पूरे करने वाली मिताली, पूनम राउत, स्मृति मंधाना सर्वश्रेष्ठ रन स्कोरर हैं।
स्टार बल्लेबाज मिताली इंग्लैंड के खिलाफ अपनी मौजूदा लय को कायम रखने का प्रयास करेंगी, जिन्होंने हाल में लगातार छह अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड कायम किया है। साथ ही चार देशों की सीरीज में दीप्ति और पूनम की आयरलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ 320 रनों की साझेदारी को भी भूला नहीं जा सकता है, जो महिला क्रिकेट इतिहास में ही पहली 300 से अधिक रनों की साझेदारी थी।
मंधाना से भी अच्छे खेल की उम्मीद की जा सकती है जो हाल में चोट से उबरकर वापसी कर रही हैं, वहीं हरमनप्रीत कौर भी मजबूत खिलाड़ी हैं। गेंदबाजों में श्रीलंका के खिलाफ अभ्यास मैच में चार विकेट निकालने वाली राजेश्वरी गायकवाड़, शिखा पांडे, एकता बिष्ट, मानसी जोशी पर टीम की निगाहें रहेंगी जबकि गेंदबाजी आक्रमण का भार झूलन गोस्वामी पर रहेगा। झूलन ने हाल में वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज बनने का गौरव हासिल किया है और अनुभव के लिहाज से भी इंग्लैंड में उनकी विशेष भूमिका रहेगी। वहीं एकता पर स्पिन विभाग की जिम्मेदारी होगी।
मैच से पूर्व कप्तान मिताली ने माना कि इंग्लैंड को उसी की जमीन पर हराने के लिए भारतीय टीम को अपनी ओर से पूरा जोर लगाना होगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका में खेलकर यहां पहुंची हैं और इंग्लैंड की परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं, इसलिए यहां के अनुकूल ढालने के लिए मेहनत करनी होगी।
वर्ष 2005 की उपविजेता टीम रही भारत को इस बार विश्वकप के लिए सीधे क्वालिफिकेशन नहीं मिला जिससे उसे क्वालीफायर में पसीना बहाना पड़ा है। दरअसल पाकिस्तान से आईसीसी चैंपियनशिप नहीं खेलने पर उसे सीधे छह अंकों का नुकसान हुआ था। लेकिन श्रीलंका में हुए क्वालीफायर में उसने कमाल का खेल दिखाया और फाइनल में दक्षिण अफ्रीका पर जीत दर्ज की।
टीम इंडिया आत्मविश्वास से भी लबरेज है, जिसने श्रीलंका, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका को अपने आखिरी वनडे मैचों में हराया है। हालांकि दो बार की चैंपियन इंग्लैंड इस बार अपने घर में ही खेल रही है और उसने दो बार विश्वकप की मेजबानी में दोनों बार खिताब पर कब्जा किया है। इंग्लैंड के लिए सारा टेलर, कप्तान हीथर नाइट, कैथरीन ब्रंट और नैट शिवर जैसी खिलाड़ी अहम होंगी। (वार्ता)