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भारतीय महिलाओं के हाथ से फिसला इतिहास

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, रविवार, 23 जुलाई 2017 (23:05 IST)
लंदन। भारतीय महिलाओं के हाथों से ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर इतिहास फिसल गया। भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को तीन विकेट पर 191 रन के मजबूत स्थिति से 219 रन पर ढेर होकर पहली बार महिला विश्व कप जीतने का मौका गंवा बैठी। इंग्लैंड ने नौ रन से मुक़ाबला जीत कर चौथी बार विश्व कप खिताब अपने नाम कर लिया। इंग्लैंड ने सात विकेट पर 228 रन बनाने के बाद भारतीय टीम को 48.4 में 219 रन समेट दिया।
 
भारत को दूसरी बार उप विजेता रहकर संतोष करना पड़ा। भारतीय टीम को 2005 में ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और इस बार इंग्लैंड ने उसकी उम्मीदों को तोड़ दिया। इंग्लैंड ने 1973, 1993, 2009 और 2017  में चार बार खिताब अपने नाम कर लिया।        
    
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इस हार के लिए भारतीय महिला टीम खुद जिम्मेदार रही, जिसने तीन विकेट पर 191 रन की जीतने वाली स्थिति से खुद को 219 रन पर ढेर हो जाने दिया। भारत ने अपने आखिरी सात विकेट मात्र 28 रन जोड़कर गंवा दिए। अन्या श्रबसोल ने 46 रन पर छह विकेट लेकर भारतीय सपनों को चकनाचूर कर दिया। 
 
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने ओपनर स्मृति मंधाना को दूसरे ओवर में ही गंवा दिया। स्मृति अपना खाता नहीं खोल सकीं। पूनम राउत (86) ने कप्तान मिताली राज के साथ दूसरे विकेट के लिए 38 रन जोड़े। मिताली 31 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 17 रन बनाकर रन आउट हो गई। 
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पूनम राउत : शानदार प्रदर्शन 
पूनम ने पिछले मैच में नाबाद 171 रन बनाने वाली हरमनप्रीत कौर के साथ तीसरे विकेट के लिए 95 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। हरमनप्रीत ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए 80 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से शानदार 51 रन बनाये। पूनम ने फिर वेदा कृष्णामूर्ति के साथ चौथे विकेट के लिए 53 रन जोड़ डाले। 
              
भारतीय टीम तीन विकेट पर 191 रन बनाकर बेहद मजबूत स्थिति में थी कि मैच ने अचानक करवट बदली और इसी स्कोर पर पूनम के पगबाधा होते ही भारत लड़खड़ा गया और उसने 201 रन तक पहुंचते-पहुंचते अपने सात विकेट गंवा दिए।
             
सुषमा वर्मा शून्य, वेदा 35 और झूलन गोस्वामी शून्य पर आउट हो गई। शिखा पांडेय चार रन बनाने के बाद 218 के स्कोर पर रन आउट हो गईं। भारत ने 27 रन के अंतराल में पांच विकेट गंवा दिए। मैच लगातार रोमांचक होता जा रहा था और भारतीयों के दिल की धड़कनें ऊपर नीचे होने लगी थीं। 
             
भारत की आखिरी उम्मीद दीप्ति शर्मा एक ऊंचा शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा बैठीं और इसके साथ ही भारतीय उम्मीदें समाप्त हो गई। दीप्ति ने 14 रन बनाए। भारतीय पारी 219 रन पर सिमट गई। श्रबसोल को उनके छह विकेट के लिए 'प्लेयर ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला।
 
इससे पहले तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (23 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के सटीक प्रदर्शन की बदौलत भारत ने मेजबान इंग्लैंड को सात विकेट पर 228 रन के स्कोर पर रोक दिया लेकिन बल्लेबाज इतिहास बनाने से दूर रह गई। 
                               
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारतीय गेंदबाजों ने खिताबी मुक़ाबले में सटीक गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। झूलन गोस्वामी ने 10 ओवर में 23 रन पर तीन विकेट, पूनम यादव ने 10 ओवर में 36 रन पर दो विकेट और राजेश्वरी गायकवाड ने 10 ओवर में 49 रन पर एक विकेट लिया।
                               
इंग्लैंड ने 47 रन की ठोस शुरुआत के बाद 16 रन के अंतराल में तीन विकेट गंवाए। मेजबान टीम फिर संभली और उसने चौथे विकेट के लिए 83 रन की साझेदारी की। टेलर (45) और नताली शिवर  (51) ने चौथे विकेट के लिए 83 रन जोडक़र टीम को इन झटकों से उबारा।
                      
इंग्लैंड का 33 वें ओवर में स्कोर तीन विकेट पर 146 रन था और अब उसकी स्थिति मजबूत नजर आ रही थी, लेकिन इसी ओवर में झूलन ने सारा टेलर (45) और फ्रान विल्सन (0) को लगातार गेंदों पर आउट कर इंग्लैंड के बढ़ते क़दमों पर ब्रेक लगा दिया।
                         
झूलन ने नताली शिवर को भी आउट किया जिन्होंने 68 गेंदों पर 51 रन में पांच चौके लगाए। झूलन ने बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश करते हुए पहले स्पैल में कसी हुई गेंदबाजी की और फिर दूसरे स्पैल में पांच ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट झटक लिए। 
 
मध्यम गति की अनुभवी गेंदबाज झूलन ने टेलर को विकेट के पीछे कैच कराया और अगली गेंद यॉर्कर करके नई बल्लेबाज विल्सन को पगबाधा  कर दिया। झूलन ने लंबे समय से क्रीज पर अड़ कर खड़ी शिवर को पगबाधा कर दिया। शिवर ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिला।
                               
इंग्लैंड की ओपनरों लॉरेन विनफील्ड ने 24 और टैमी ब्यूमोंट ने 23 रन बनाये। दोनों ने शुरू में भारतीय गेंदबाजों को निराश किया लेकिन गायकवाड़ ने एक और लेग स्पिनर पूनम ने दो विकेट लेकर इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया।
                                
टेलर ने 62 गेंदों पर 45 रन बनाए, जिसमें कोई बॉउंड्री नहीं थी। कैथरीन ब्रंट ने 42 गेंदों में 34 और जेनी गुन ने 38 गेंदों में नाबाद 25 रन बनाकर इंग्लैंड को 228 तक पहुंचाया। ब्रंट को दीप्ति शर्मा ने सीधे थ्रो पर रन आउट कर दिया। इसके बाद गुन ने अंतिम चार ओवरों में लौरा मार्श (नाबाद 14) के साथ मिलकर अविजित 32 रन जोड़े। 

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