मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले आत्मविश्वास व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि आईपीएल से खिलाड़ियों को अपनी तैयारियों को परखने का मौका मिला है और अब वे इस मेगा टूर्नामेंट में अपना खिताब बचाने के लिए तैयार हैं।
आईपीएल-10 के लगभग डेढ़ माह के सफर के बाद अब टीम इंडिया इंग्लैंड के लिए रवाना हो रही है, जहां वह चैंपियन्स ट्रॉफी में अपने खिताब के बचाव के लिए उतरेगी। पहली बार आईसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कप्तानी करने जा रहे विराट ने कहा कि टीम के खिलाड़ी आईपीएल के लंबे अनुभव के बाद चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने उतरेंगे। आईपीएल उनके लिए एक अच्छे अभ्यास की तरह रहा और अब सभी खिलाड़ी इंग्लैंड में होने वाले इस अहम टूर्नामेंट में भी बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बेताब हैं।
विराट ने साथ ही कहा कि हम पर गत चैंपियन होने का दबाव रहेगा, लेकिन हमें इस दबाव से पार पाना होगा। ट्वंटी-20 क्रिकेट और वन-डे दोनों अलग अलग प्रारूप हैं और इसमें किसी प्रकार की समानता नहीं है लेकिन खिलाड़ियों को इससे फिट रहने में जरुर मदद मिली है। हम क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित करना चाहते हैं।
टीम इंडिया को टूर्नामेंट में पहला मुकाबला 4 जून को पाकिस्तान से खेलना है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बारे में पूछे जाने पर विराट ने कहा कि इस पर ज्यादा बात करना गलत है। ऐसा नहीं है कि हम पहली बार पाकिस्तान से खेलने जा रहे हैं। हर बार यही सवाल पूछा जाता है और हर बार वही जवाब मिलता है। भारत पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच में दबाव रहता है लेकिन इस मैच को हम सामान्य तरीके से लेंगे।
खिताब के बचाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम इस बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं। टूर्नामेंट में हमारा मुकाबला मजबूत टीमों से होगा। हमारी टीम युवा है और हम बस अपने खेल का आनंद लेते हुए अपना नैसर्गिक खेल खेलेंगे। हमें जल्द ही वहां की परिस्थितियों में खुद को ढालना होगा।
विराट ने कहा कि सभी टीमें ट्रॉफी जीतने के मकसद से उतरेंगी और सभी टीमों की तैयारी काफी मजबूत होगी। मुझे गर्व है कि मैं इस महत्वपूर्ण ट्रॉफी में टीम की कमान संभाल रहा हूं। मैं टीम को जितना योगदान दे सकता हूं, पूरी प्रतिबद्धता के साथ दूंगा। मैं बाकी किसी बात के बारे में नहीं सोच रहा हूं।
दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि पिछली बार रोहित शर्मा और शिखर धवन ने बतौर ओपनर शानदार काम किया था। स्पिनरों ने लाजवाब प्रदर्शन किया था और तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन को भी संतोषजनक कहा जा सकता है। हमें परिस्थितियों के अनुरूप योजना तैयार करना और उस पर अमल करना होगा।
युवराज सिंह और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि धोनी और युवराज दोनों ही टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और मैं उन्हें कुछ निर्देश नहीं दे सकता। वे परिस्थिति के अनुरूप खुद को ढालने में सक्षम हैं और यदि वे खुलकर खेलते हैं तो यह टीम के मनोबल के लिए काफी उपयोगी रहेगा। (वार्ता)