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सीरीज पर कब्जा करने के इरादे से रांची में मैदान पर उतरेगा भारत

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रांची , मंगलवार, 25 अक्टूबर 2016 (16:47 IST)
रांची। कप्तान महेंद्रसिंह धोनी के घर रांची में न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार को खेले जाने वाले चौथे वन-डे मुकाबले में मेजबान भारतीय टीम अपने विजयी क्रम को बरकरार रखने के साथ सीरीज पर कब्जा करने के इरादे से उतरेगी।
भारत ने तीसरा वन-डे सात विकेट से जीतने के बाद पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है और चौथा मैच जीतकर वह 3-1 से अपराजेय बढ़त बना लेगी, वहीं मेहमान टीम न्यूजीलैंड के लिए यह करो या मरो का मैच साबित होगा। उसे इस मैच को जीतने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और परिणाम उसके हक में रहा तो एक बार फिर सीरीज 2-2 से बराबरी के रोमांचक मोड़ पर हेागी।
 
वैसे भारतीय टीम का जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में अपराजेय रिकॉर्ड रहा है, वहीं कप्तान धोनी के क्रम में चौथे नंबर पर खेलने के बाद से उनके बल्ले से रन भी निकल रहे हैं तो स्टार बल्लेबाज विराट कोहली हमेशा की तरह अपनी टॉप फार्म में हैं। ऐसे में फिलहाल सारा दबाव न्यूजीलैंड पर ही है जिसने भारत दौरे पर टेस्ट और वन-डे में अभी तक मात्र एक ही मैच जीता है। 
 
गेंद और बल्ले से कमाल का खेल दिखा रही मौजूदा टीम पर चयनकर्ताओं ने भी अपना भरोसा कायम रखा है और शेष दो मैचों के लिये भी अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं है। निश्चित ही टीम के युवा खिलाड़ियों जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव जैसे खिलाड़ियों को भी इससे आत्मविश्वास मिला है और उम्मीद की जा सकती है कि वे रांची में भी अपना धूम-धड़ाका जारी रखेंगे।
 
भारतीय कप्तान धोनी के घर में चौथे वन-डे के लिये खास तैयारियां की गई हैं तो लोगों में भी इसका जबरदस्त उत्साह है और मैच के लगभग सारे टिकट पहले ही बिक चुके हैं। धोनी के घरवाले अपने चहेते क्रिकेटर का पुरजोर समर्थन करने के लिये तैयार हैं तो विश्वकप विजेता कप्तान के लिए डाक विभाग ने यहां विशेष आवरण जारी किया है। ऐसे में धोनी पर भी मानसिक रूप से घरेलू मैदान पर जोरदार प्रदर्शन का दबाव रहेगा। 
 
टेस्ट से संन्यास के बाद वन-डे में खुद के खेल को और निखारने के इरादे से धोनी ने खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर रखा है। उन्होंने पिछले मैच में अपने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 9000 रन पूरे करने की उपलब्धि भी हासिल की थी और ऐसो करने वाले वे भारत के पांचवें तथा दुनिया के 17वें बल्लेबाज बन गए हैं। धोनी ने तीसरे मैच में 80 रन की लाजवाब पारी खेली थी और वे मौजूदा सीरीज में 46.66 के औसत से 140 रन बनाकर टीम के दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं।
 
धोनी को भी चौथे नंबर पर खेलने का मजा आ रहा है और उम्मीद है कि वे रांची में भी विराट के साथ बड़ी साझेदारी करेंगे। वैसे कप्तान के बल्ले से प्रभावशाली प्रदर्शन ने विराट पर निर्भरता और दबाव को ही कम नहीं किया है बल्कि इससे निचले क्रम के बल्लेबाजों पर भी दबाव कम हुआ है। विराट अब तक नाबाद 154 रन की पारी सहित 248 रन बनाकर सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं और उनकी मौजूदा फार्म के बाद तो धोनी भी उन्हें दुनिया के महान खिलाड़ियों में गिनने लगे हैं।
 
लेकिन फिलहाल धोनी के निचले क्रम से हटने पर फिनिशर की जगह जरूर टीम में खाली हुई है। इस क्रम में हार्दिक, मनीष, केदार रन बना सकते हैं, लेकिन खुद धोनी भी मानते हैं कि पांचवें से सातवें नंबर पर अभी खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है। 
 
गेंदबाजी में पिछले तीनों वन-डे में भारतीय तेज गेंदबाजों और स्पिनरों ने लाजवाब प्रदर्शन किया है और विपक्षी टीम को बड़े स्कोर से रोका है। इसी सीरीज से पदार्पण करने वाले हार्दिक, युवा मध्यम तेज गेंदबाज जसप्रीत, केदार , अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा और अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव सभी विकेट निकालने में न सिर्फ कामयाब रहे हैं बल्कि इन्होंने टीम की जीत में अहम भूमिका भी निभाई है।
 
मिश्रा अब तक 5.37 के इकोनोमी रेट से आठ विकेट लेकर सबसे सफल रहे हैं तो केदार और उमेश दोनों छ:-छ: विकेट ले चुके हैं। मोहाली में उमेश और केदार दोनों ने कीवियों के तीन-तीन विकेट निकाले थे। हालांकि भारतीय गेंदबाजों को स्लॉग ओवरों में अपनी गेंदबाजों को कुछ और कसने की जरूरत है ताकि विपक्षियों को ज्यादा रन लेने से रोका जा सके।
 
न्यूजीलैंड की टीम के लिए रांची में महत्वपूर्ण मुकाबले के लिए अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन करना जरूरी होगा और भारतीय बल्लेबाजों को मजबूती से रोकने के लिए इस बार उसके गेंदबाजों को ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी। पिछले मैच में विराट की कैच छोड़ना टीम को भारी पड़ा था और कप्तान केन विलियम्सन ने माना था कि मैच जीतना है तो विराट और धोनी को आउट करना होगा।
 
कीवी टीम का गेंदबाजी और बल्लेबाजी से प्रदर्शन अब तक बहुत अच्छा नहीं रहा है। गेंदबाजों में उसके 24 वर्षीय मध्यम तेज गेंदबाज मैट हेनरी अब तक तीन विकेट लेकर दूसरे और टिम साउदी चार विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं वहीं ट्रेंट बोल्ट और मार्टिन गुप्टिल ने मात्र दो-दो विकेट लिए हैं। मोहाली में तो बोल्ट 10 ओवरों में 73 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके थे और सबसे महंगे रहे थे वहीं जिम्मी नीशाम ने 60 रन लुटाकर कोई विकेट नहीं लिया था।
 
सीरीज के शुरुआत में ही चोटों से परेशान रही मेहमान टीम के अनुभवी बल्लेबाज गुप्टिल अब तक बड़ा स्कोर बनाने में विफल रहे हैं। हालांकि टॉम लाथम ने निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है, वहीं कप्तान विलियम्सन और रॉस टेलर से भी अच्छे स्कोर की उम्मीद की जा सकती है लेकिन आईपीएल में अपनी लाजवाब पारियों से कई बार चर्चा में रहने वाले कोरी एंडरसन अभी तक कुछ खास नहीं कर सके हैं। (वार्ता)

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