न्यूजीलैंड के बाद भारतीय टीम ने भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम घोषित कर दी है। 18 जून को साउथहम्प्टन के एजेस बाउल मैदान पर भारतीय और कीवी टीम दो दो हाथ करते हुए देखी जा सकती है।
टीम इंडिया कप्तान विराट कोहली की अगुवाई में न्यूजीलैंड से टेस्ट के विश्वकप फाइनल के समानंतर मुकाबले में उतरेगी। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया की सरजमी पर 2 टेस्ट जिताने वाले बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को उप कप्तान बनाया गया है।
वहीं विकेटकीपर ऋषभ पंत को इस टीम में जगह दी गई है लेकिन बैकअप कीपर के तौर पर ऋद्धीमान साहा को रखा गया है।ऋद्धीमान साहा को आईसीसी के स्थानापन्न खिलाड़ी के नियम के कारण टीम में जगह मिली है क्योंकि विकेटकीपर के चोटिल होने पर उसकी जगह दूसरा विकेटकीपर ही उतर सकता है।
रोहित शर्मा और शभुमन गिल पारी की शुरुआत करेंगे और अश्विन और जड़ेजा के तौर पर सिर्फ दो ही स्पिन विकल्प इस दल में देखे जा सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन टेस्ट में भारतीय जीत के नायकों में से एक शार्दुल ठाकुर की जगह अनुभवी उमेश यादव को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उमेश, मोहम्मद शमी और हनुमा विहारी चोटिल हो गये थे। आईसीसी के टीम प्रोटोकॉल के अनुसार विराट कोहली की अगुवाई में घोषित टीम में इन तीनों ने वापसी की है।
शार्दुल के अलावा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अंतिम 11 में शामिल रहे मयंक अग्रवाल और वाशिंगटन सुंदर को भी 15 सदस्यीय टीम से बाहर रखा गया है। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के नायक अक्षर पटेल भी इसमें जगह बनाने से चूक गए।
अंतिम टीम में जगह बनाने से चूकने वाले अन्य बड़े खिलाड़ी अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल हैं। राहुल अभ्यास मैच के दौरान विराट कोहली की विरोधी टीम के कप्तान थे।
राहुल उस मैच में अच्छी लय में दिखे थे लेकिन उनकी नजरअंदाजगी से यह पता चलता है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के शुरूआत के समय जो पहली पसंद के खिलाड़ी थे वे फिर से टीम में आ गये है।
कोहली के पदभार संभालने के बाद से भारतीय टीम प्रबंधन की यह नीति रही है कि रिजर्व खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के बाद भी टीम में पहली पसंद के खिलाड़ियों को मौका मिले। दूसरे खिलाड़ियों को मौका तभी मिलता है जब कोई वरिष्ठ खिलाड़ी चोटिल हो जाता है।
इस वजह से ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट में अर्धशतक लगाने और सात विकेट चटकाने के बाद भी शार्दुल की जगह उमेश को तरजीह दी गयी।