नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले के अचानक अपने पद से इस्तीफा देने पर चौतरफा प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं जिसमें कई देसी और विदेशी पूर्व क्रिकेटरों ने कुंबले के इस निर्णय पर असंतोष और नाखुशी प्रकट की है। कई पूर्व क्रिकेटरों ने कुंबले के इस निर्णय को लेकर ट्विटर पर अपनी सोच साझा की।
पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा 'कुंबले एक अनुशासित कोच थे लेकिन टीम इंडिया के कुछ लोगों को यह बात अच्छी नहीं लगी क्योंकि उन्हें कोई ऐसा कोच चाहिए था जो उन्हें ट्रेनिंग के लिए न कहकर शॉपिंग और घूमने की इजाजत दे दे।'
गावस्कर हमेशा ही भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर अपने बयानों को लेकर मुखर रहे हैं और उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर व्यंग्य किया। गौरतलब है कि मुख्य रूप से कप्तान विराट कोहली और कुछ खिलाड़ी कुंबले के कोचिंग के अंदाज से नाखुश थे और कोच तथा कप्तान के विवाद के कारण ही यह स्थिति पैदा हुई है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी ने कुंबले के समर्थन में कई ट्वीट किए और कहा कि वह इस निर्णय से ज्यादा हैरान नहीं हैं क्योंकि अपने सम्मान से प्यार करने वाला व्यक्ति इस माहौल में वैसे भी काम नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा 'दिग्गज भारतीय कुंबले के खिलाफ जिसने भी लड़ाई छेड़ी है उसने आभार को खिड़की से बाहर फेंक दिया है। लेकिन अंतत: इसमें भारतीय क्रिकेट का ही नुकसान हुआ है।'
के. श्रीकांत ने भी भारतीय कोच के इस तरह से इस्तीफे को लेकर दु:ख जताया। उन्होंने लिखा 'मैं इस खबर को सुनकर दु:खी हूं कि आपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं आपको और आपके परिवार को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।'
46 वर्षीय कुंबले को एक वर्ष के लिए भारतीय टीम को कोच नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल आईसीसी चैंपियंस ट्राफी के बाद समाप्त हो गया था। लेकिन उन्हें विंडीज दौरे पर भी टीम इंडिया के साथ कोच पद पर बने रहना था। वह आगे भी कोच पद के आवेदकों में शामिल थे। लेकिन उन्होंने मंगलवार को अपना पद छोड़ दिया।
पूर्व भारतीय कप्तान के मार्गदर्शन में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने से शुरूआत की और फिर न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज जीतीं। भारत ने इस दौरान 8 वनडे जीते और 5 हारे।
पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा 'मेरे हिसाब से स्थिति को बेहतर ढंग से संभाला जा सकता था और कोच के चयन की प्रक्रिया को चैंपियंस ट्रॉफी से पहले करने के बजाए घरेलू सत्र के बाद ही करना चाहिए था।
वहीं माइकल वॉन को भी कुंबले के हटने से काफी धक्का पहुंचा। उन्होंने लिखा 'भारतीय टीम एक महान इंसान को गंवा रही है, मैं उम्मीद करूंगा कि वह किसी भूमिका में बने रहें, लेकिन इतने अच्छे इंसान को खोना अच्छा नहीं है।' (वार्ता)