कोलकाता। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने आलोचना का शिकार विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को सलाह दी है कि वे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के प्रति ‘अलग’ रवैया अपनाएं। वीवीएस लक्ष्मण और अजित अगरकर सहित कुछ पूर्व क्रिकेटर हाल में धोनी के टी-20 भविष्य पर सवाल उठा चुके हैं।
गांगुली ने कहा कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय की तुलना में उसका टी-20 अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं है। उम्मीद करते हैं कि कोहली और टीम प्रबंधन उनसे अलग से बात करेगा। उसमें काफी क्षमता है। अगर वे टी-20 अंतरराष्ट्रीय के प्रति रवैया बदलता है तो वह फिर वे सफल हो सकते हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ राजकोट में 197 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत 97 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी जिसके बाद धोनी कप्तान विराट कोहली का साथ देने क्रीज पर उतरे लेकिन उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। भारत अंत में मैच हार गया। गांगुली का हालांकि मानना है कि धोनी में काफी क्रिकेट बचा है विशेषकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में।
गांगुली ने यहां टीवी शूटिंग के इतर कहा कि मुझे लगता है कि उसे एकदिवसीय क्रिकेट खेलना जारी रखना चाहिए लेकिन उसे टी-20 अंतरराष्ट्रीय अलग तरह से खेलना होगा। उसे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच स्वच्छंद होकर खेलने होंगे। यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है और वे क्या चाहते हैं कि वे कैसे खेलें। श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या को आराम देने के भारत के फैसले पर हैरानी जताई।
उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं, मुझे नहीं पता कि क्या वे चोटिल हैं। उसने सिर्फ तीन टेस्ट खेले हैं... यह खेलने की उम्र है। मुझे असल कारण नहीं पता। उम्मीद करता हूं कि वे फिट हैं। उन्होंने कहा कि भारत तीन स्पिनरों के साथ नहीं खेलेगा, निश्चित तौर पर ईडन गार्डन्स पर नहीं क्योंकि यहां की पिच अलग है। वे दो स्पिनरों के साथ खेलेंगे और अब हार्दिक पंड्या नहीं है इसलिए ऑलराउंडर के स्थान के लिए उन्हें अलग संयोजन चुनना होगा। गांगुली ने उम्मीद जताई कि पिछले महीने टेस्ट श्रृंखला में पाकिस्तान पर आत्मविश्वास बढ़ाने वाली 2-0 की जीत के बाद श्रीलंका की टीम भारत को कड़ी टक्कर देगी। (भाषा)