चेन्नई:सिनेमा के किंग खान की तरह उनके हमनाम क्रिकेटर शाहरूख खान को भी कामयाबी रातोंरात नहीं मिली बल्कि चेन्नई के वेलाचेरी इलाके में रहने वाले रजनीकांत के इस प्रशंसक ने इसके लिये काफी मेहनत की है और इसका फल उन्हें आईपीएल में पंजाब किंग्स के साथ 5 . 25 करोड़ रूपये के करार के रूप में मिला।
एम शाहरूख खान बचपन से ही क्रिकेट और सिनेमा के दीवाने हैं। चमड़े के व्यापारी उनके पिता मसूद और उनकी मां लुबना ने उनके सपने पूरे करने में काफी मदद की।
शाहरूख ने पीटीआई से कहा , जब नीलामी में मेरा नाम आया तो मैं काफी नर्वस था। मैं खुशी से फूला नहीं समा रहा था । बस में मेरे साथी, खासकर कप्तान दिनेश कार्तिक बहुत खुश थे।
तमिलनाडु टीम के साथ विजय हजारे ट्रॉफी के लिये इन दिनों इंदौर में मौजूद 25 वर्ष के शाहरूख ने कहा , मैं टेनिस गेंद से स्कूल में क्रिकेट खेलता था। मैने डॉन बॉस्को और सेंट बेडे से स्कूल की पढाई की।
इन्हीं स्कूलों से आर अश्विन, दिनेश कार्तिक और के श्रीकांत जैसे क्रिकेटर भी निकले हैं। शाहरूख ने कहा कि आईपीएल करार की चकाचौंध में उनका फोकस नहीं हटा है और उनकी नजरें शनिवार से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी पर है।
उन्होंने कहा ,मैं आईपीएल के बारे में अभी नहीं सोचना चाहता क्योंकि उसमें दो महीने का समय है। मेरा फोकस शनिवार से शुरु होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी पर है ।तमिलनाडु के ही सी हरि निशांत को 20 लाख रूपये की बेसप्राइज पर चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा।
उन्होंने कहा , पहले दौर में नहीं बिकने के बाद मैं निराश था। इसके बाद मैं डिनर करने चला गया जब मेरे पिता ने बताया कि मेरा नाम फिर आया है। इसके बाद मेरे साथियों ने बताया कि सीएसके ने मुझे खरीदा है।
उन्होंने कहा , उस टीम में (विजय हजारे ट्रॉफी) होना जिसमें थाला एम एस धोनी है, यह सपना ही हो सकता है । मुझे इससे बहुत कुछ सीखने को मिलेगा ।गौरतलब है कि 20 0 लाख की बेस प्राइस वाले शाहरुख खान ने एक बिडिंग वॉर छेड़ दिया था।
उनको अपनी टीम में लेने के लिए पंजाब किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स में होड़ लग गई थी, लेकिन अंतिम बाजी पंजाब किंग्स ने मारी।आईपीएल नीलामी में वह दूसरे सबसे महेंगे खिलाड़ी रहे। (भाषा)