मुंबई। कोरोना वायरस की विश्वव्यापी महामारी ने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को भी काफी विचलित कर डाला है। सचिन ने फैसला लिया है कि वे कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे लोगों के सम्मान में इस साल 24 अप्रैल को अपना 47वां जन्मदिन नहीं मनाएंगे।
इस खिलाड़ी के करीबी सूत्र ने कहा, ‘सचिन ने फैसला किया कि यह जश्न मनाने का समय नहीं है। उनका मानना है कि इस महामारी से लड़ने में अग्रणी भूमिका निभा रहे चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्सा सहायकों, पुलिसकर्मियों, सैनिकों का आभार व्यक्त करने का यह सर्वश्रेष्ठ तरीका हो सकता है।’
तेंदुलकर पहले ही इस महामारी से लड़ने के लिए 50 लाख रुपए का योगदान कर चुके हैं। वह अन्य तरह के कई राहत कार्यों से भी जुड़े हुए हैं। सूत्रों ने कहा, ‘वह हमेशा इस बारे में बात करने पर असहज हो जाते हैं।’
इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना को रोकने के लिए देश में पहली बार 21 दिनों का लॉकडाउन करने का ऐलान किया था, तब सचिन गरीबों लिए मसीहा बनकर सामने थे और एक एनजीओ 'अपनालय' के साथ मिलकर उन्होंने 5 हजार जरूरतमंद लोगों के राशन के लिए पैसे दिए थे।
सचिन ने शिवाजी नगर और कोविंदी क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया था और उनके एक महीने के राशन का इंतजाम करने का संकल्प लिया था। एनजीओ ने सचिन के इस काम का सराहना करते हुए उनको शुक्रिया भी कहा था।
तब सोशल मीडिया पर अपनालय ने ट्वीट करके लिखा था, 'धन्यवाद, सचिन तेंदुलकर आगे आकर अपनालय की मदद करने के लिए और उन सबकी मदद करने के लिए, जो इस लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। आप एक महीने के लिए 5 हजार लोगों के राशन का इंतजाम करने के लिए आगे आए। ऐसे और भी कई लोग हैं, जिनको सहायता की जरूरत है।'
इसके बाद सचिन ने भी ट्वीट करके लिखा था, 'मेरी शुभकामनाएं आपके साथ है मुश्किल की घड़ी में ऐसे ही जरुरतमंद लोगों की मदद करते रहिए। आप अपना काम ऐसे ही करते रहिए।'