भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि वह युवा गेंदबाजों का समर्थन करते रहेंगे और मैच के महत्वपूर्ण क्षणों में उन्हें अपना कौशल दिखाने का मौका देते रहेंगे।
रोहित की यह टिप्पणी वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान युवा आवेश खान को अंतिम ओवर देने के फैसले के बाद आई है। इस कम स्कोर वाले मैच में भारत को आखिरी ओवर में 10 रन का बचाव करना था लेकिन रोहित ने अनुभवी भुवनेश्वर कुमार की बजाय आवेश को गेंद थमा दी थी, जिनकी पहली गेंद नोबॉल होने के बाद अगली दो गेंदों पर छक्का और चौका लगा था।
भविष्य के लिए नए डेथ गेंदबाज बना रहे हैं रोहित
रोहित ने मैच के बाद कहा, यह मौका देने से जुड़ा है। हम जानते हैं कि भुवनेश्वर क्या कर सकता है लेकिन अगर आप आवेश या अर्शदीप को मौका नहीं देंगे तो उन्हें पता नहीं चल पाएगा कि भारत के लिए डैथ ओवरों में गेंदबाजी करने के क्या मायने होते हैं।
उन्होंने कहा, इन खिलाड़ियों ने आईपीएल में यह भूमिका निभाई है। यह केवल एक मैच की बात है। उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उनका समर्थन करने और उन्हें मौका देने की जरूरत है।
रोहित ने इसके साथ ही कहा कि भारतीय बल्लेबाज भले ही बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेट पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही वे अपनी पुरानी फॉर्म में लौट आएंगे।
उन्होंने कहा, हमने बहुत अधिक नहीं रन बनाए थे। हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी लेकिन हम अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पाए। लेकिन ऐसा होता है।
रोहित ने कहा, मैं पहले भी कहता रहा हूं कि जब आप कुछ नया प्रयोग करने की कोशिश करते हैं तो वह हमेशा सफल नहीं होता। हम अपनी गलतियों पर गौर करेंगे और उन्हें सुधारने का प्रयास करेंगे।
वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज ओबेद मैकॉय ने 17 रन देकर छह विकेट लिए जिससे भारतीय टीम 138 रन पर आउट हो गई। रोहित ने वेस्टइंडीज को आसानी से लक्ष्य तक नहीं पहुंचने देने के लिए अपने गेंदबाजों की प्रशंसा की।
भारतीय कप्तान ने कहा, मुझे टीम पर गर्व है। जब आप इतने छोटे लक्ष्य का बचाव करने के लिए उतरते हैं तो यह आसान नहीं होता है। यह लक्ष्य 13-14 ओवरों में हासिल किया जा सकता है लेकिन हम उसे आखिरी ओवर तक ले गए। विकेट लेना महत्वपूर्ण था। हमने उसी अनुसार रणनीति बनाई थी और गेंदबाजों ने उस पर अमल भी किया।
रोहित ने कहा, मैं गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश हूं लेकिन बल्लेबाजी में कुछ चीजें हैं जिन पर गौर करने की जरूरत है। मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि हम इसी तरह से बल्लेबाजी करना जारी रखेंगे क्योंकि हम कुछ हासिल करना चाहते हैं। एक परिणाम अनुकूल नहीं रहने पर घबराने की जरूरत नहीं है। एक हार के बाद हम चीजों में बदलाव नहीं करने वाले हैं। वेस्टइंडीज ने पांच विकेट पर 141 रन बनाकर पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की।
कुल मिलाकर रोहित यह कहना चाहते हैं कि हर तेज गेंदबाजी को अंतिम ओवर की गेंदबाजी का अवसर तो मिले। इसमें कुछ जीत आएंगी तो कुछ हार। भारत को भविष्य में सिर्फ 1 गेंदबाज पर ही निर्भर नहीं रहना होगा।