अहमदाबाद:भारतीय कोच रवि शास्त्री ने शनिवार को कहा कि ऋषभ पंत का इंग्लैंड के खिलाफ यहां चौथे और अंतिम टेस्ट में मैच का रूख बदलने वाला शतक घरेलू सरजमीं पर छठे नंबर के बल्लेबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ काउंटर अटैक वाली पारी थी।
पंत की पारी एहतियात और आक्रामकता का मिश्रण थी जिसमें उन्होंने 118 गेंदों का सामना करते हुए 101 रन बनाये और इस पारी ने भारत की शनिवार को पारी और 25 रन की जीत में अहम भूमिका अदा की जिससे टीम ने श्रृंखला 3-1 से अपने नाम की।
पंत की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने कहा कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज की कड़ी मेहनत ने अब रंग दिखाना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा, उसने पिछले तीन चार महीने कड़ी मेहनत की है जिसके नतीजे सामने हैं। मैंने अभी तक किसी भारतीय द्वारा घरेलू सरजमीं पर, विशेषकर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जब गेंद टर्न कर रही होती है, जो पारियां देखी हैं, उसमें कल की उसकी पारी सर्वश्रेष्ठ जवाबी हमले वाली थी।
उन्होंने कहा, हम उसके लिये सख्त रहे थे। कुछ भी आसानी से नहीं मिलता और उन्हें बताया गया कि उन्हें खेल का और ज्यादा सम्मान करना होगा। उसे थोड़ा वजन कम करना पड़ेगा और अपनी विकेटकीपिंग में कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। शास्त्री ने कहा, हम जानते थे कि उसमें प्रतिभा है। वह सच्चा मैच विजेता है और उसने कर दिखाया।
शास्त्री ने कहा कि रोहित शर्मा के साथ बल्लेबाजी करते हुए उसे अपनी बल्लेबाजी में तालमेल बिठना पड़ा। उन्होंने कहा, यह दो चरण की पारी थी। उसने रोहित साथ अपनी प्रकृति के खिलाफ (जो आसान नहीं है) जाकर साझेदारी बनायी और 50 रन बनाने के बाद ही ऐसा किया। उसकी कीपिंग शानदार रही।
गौरतलब है कि चौथे टेस्ट में जीत और हार का अंतर ऋषभ पंत की पारी साबित हुई। चौथे दिन के दूसरे सत्र में भारत 146 पर 6 विकेट गंवा चुका था। अगर भारत 200 तक भी आउट हो जाता तो उसे चौथे दिन बल्लेबाजी करनी पड़ती जो आसान नहीं होता।
चाय से ठीक पहले बेस की एक गेंद पर पंत के खिलाफ पगबाधा की अपील भी हुई पर अंपायर ने उंगली नहीं उठायी , रिव्यू भी उनके पक्ष में गया। यहां से पंत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक जब पंत आउट हुए तो वह अपना काम कर गए थे। भारत 89 रनों की बढ़त बना चुका था।
(भाषा)